आरयू ब्यूरो, लखनऊ। सरकार व यूपी पुलिस के लाख दावों के बाद भी हैवान लगातार मासूम बच्चियों को अपना शिकार बना रहें हैं। इसी क्रम में यूपी के कन्नौज से एक बेहद दर्दनाक मामला सामने आया है। यहां के गुरसहायगंज थाना क्षेत्र में घर से गुल्लक खरीदने की बात कहकर निकली मासूम हैवानों का शिकार बन गयीं।
मरणासन्ना अवस्था में खून से लथपथ बच्ची लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के गेस्ट हाउस परिसर में मिली है। सरकारी विभाग के गेस्ट हाउस में दिनदहाड़े हुई इस घटना से पुलिस महकमें में जहां हड़कंप मच गया है। वहीं कन्नौज पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगा है।
बच्ची के सिर, चेहरे, हाथ-पैर व शरीर के अन्य हिस्सों पर किसी चीज से हमले के निशान थे, उसके कपड़े भी जगह-जगह से फटे थे। घटना की जानकारी लगते ही मौके पर भीड़ जुट गयी।
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प्रत्यक्षदर्शी बच्ची के साथ गैंगरेप के बाद उसकी हत्या की कोशिश किए जाने का अनुमान लगा रहा थे। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे स्थानीय पुलिस के चौकी इंचार्ज ने बच्ची को तत्काल बच्ची को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, जहां हालत गंभीर होती देख डॉक्टरों ने बच्ची को कानपुर के लिए रेफर कर दिया है। फिलहाल पुलिस इस मामले में रेप व हत्या के प्रयास की बात खुलकर बोलने से बच रही है।
एसपी ने कहा, जल्द होगा घटना का खुलासा
सोमवार दोपहर एसपी कन्नौज ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि गुरसहायगंज थाना क्षेत्र में घायल बच्ची के मिलने की सूचना पर स्थानीय पुलिस द्वारा तत्काल उसे इलाज के अस्पताल पहुंचाया गया है। साथ ही परिजन की तहरीर पर सुसंगत धाराओं मे मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही। जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।
बकरी चराने पहुंचे बच्चे तो…
मिल रही जानकारी के अनुसार इलाके के ही एक मोहल्ले निवासी बताशा कारोबारी की 12 वर्षीय बेटी रविवार अपरान्ह करीब 12 बजे पास के ही एक बाजार से मिट्टी का गुल्लक लाने की बात मां से कहकर घर से निकली थी। काफी इंतजार के बाद शाम चार बजे तक बच्ची नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी तलाश तेज कर दी। इस बीच शाम करीब पांच बजे सर्किट हाउस के पीछे उगी झाड़ियों में बच्चे बकरी चराने पहुंचे तो वहां खून से लथपथ पड़ी बच्ची को देखी इसकी जानकारी गेस्ट हाउस के चौकीदार सूबेदार सिंह को दी।
गैंगरेप के बाद हत्या के प्रयास का अनुमान
बच्ची के सिर में ईंट से वार किया गया था। घटनास्थल पर काफी खून था। कुछ ही दूरी पर मिट्टी की दो गुल्लक, एक झोला और 50 रुपये भी पड़े थे। अनुमान लगाया जा रहा था कि बच्ची के साथ दरिंदगी करने के बाद अपनी पहचान होने व पकड़े जाने के डर से हैवानों ने उसपर ईंट से ताबड़तोड़ वार किया होगा और बच्ची को मरा समझकर भाग गए होंगे।
खून से लथपथ बच्ची को देख नहीं पसीज दिल, बनाते रहें वीडियो
वहीं बच्ची के घायल अवस्था में मिलने की जानकारी लगते ही मौके पर दर्जनों लोग जुट गए। भीड़ भी असंवेदनहीनता दिखाते हुए बच्ची की सहायता करने की जगह उसका ही वीडियो बनाने में लगी रही। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा। वीडियो में देखा जा सकता है कि बच्ची खून से न सिर्फ लथपथ है, बल्कि वह अपने कमर के नीचे का हिस्सा हिला तक नहीं पा रही। हालांकि काफी कोशिश के बाद बच्ची हाथ से इशारा कर लोगों से सहायत के लिए भी कह रहीं, लेकिन संवेदनहीन लोग वीडियो बनाने में जुटे हैं।
एंबुलेंस नहीं मिलने पर चौकी इंचार्ज ने गोद में पहुंचाया अस्पताल
दूसरी ओर जानकारी लगने पर कुछ ही देर में मौके पर पहुंचे कस्बा चौकी इंचार्ज मनोज पांडेय ने जांच शुरू की। एंबुलेंस आने में देर होती और बच्ची की गंभीर हालत देख चौकी इंचार्ज बच्ची को गोद में ही लेकर दौड़ते हुए गेस्ट हाउस के गेट से बाहर निकले और वहीं से एक ऑटो द्वारा बच्ची को तत्काल कुछ ही दूरी पर स्थित नर्सिंग होम पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद तिर्वा मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया।
वहीं घटना की जानकारी लगने पर बच्ची के परिजन भी भागते हुए अस्पताल पहुंचे। बच्ची के साथ इतने बड़े हादसे से गमगीन घरवालें यह नहीं समझ पा रहे थे कि आखिर उनकी बच्ची को कौन लोग उठाकर घटनास्थल तक ले गए।