आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। रोजगार की कमी को लेकर विरोधियों के हमले झेल रही योगी सकरार ने उत्तर प्रदेश को रोजगार से जोड़ने का मन बना लिया है। कौशल विकास मिशन को आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के मंडल मुख्यालय में ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र खोलने की योजना बनाई है। इस बात की जानकारी आज योगी ने एक प्रेसवार्ता कर मीडिया को दी है।
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सीएम ने अपने कार्यालय में केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी के साथ बैठक की। मीडिया को जानकारी देते हुए योगी ने कहा कि अब सरकार हर मंडल मुख्यालय पर चालकों के प्रशिक्षण के लिए केंद्र खोलेगी, जिसमें हर तरह के वाहनों को ड्राइविंग के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। उसके बाद ऐसे ही केंद्र जिला मुख्यालयों पर भी खोले जाएंगे।
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उन्होंने यह भी कहा कि रैश ड्राइविंग के कारण सड़क दुर्घटना में होने वाली मौत और चालकों की बढ़ती जरूरत के लिए यह फैसला महत्वपूर्ण हैं। इस साल 10 लाख लोगों को प्रशिक्षत करने का लक्ष्य रखा गया है, साथ ही उन्हें रोजगार भी दिलाया जाएगा। उत्तर प्रदेश शासन के अंतर्गत 2100 आईटीआई संचालित हैं और इससे अधिक निजीकरण है, लेकिन इनकी गुणवत्ता अच्छी नही है।
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वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात करते हुए योगी ने कहा कि यूपी सरकार प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। इस वर्ष 10 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करके उन्हें रोजगार देने की योजना है। अगले पांच वर्षों तक 70 लाख युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य है।
इसके साथ ही उन्होंने परंपरागत उद्योग को बढ़ावा देने पर कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में हो रही मौतों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। ऐसे में ट्रेंड ड्राइवरों के जरिए 18 मंडलों में पाँच एकड़ में स्कूल भी खोले जाएंगे।
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