ज्ञानवापी मसले पर बोले मौलाना तौकीर, फव्वारे को शिवलिंग बताकर बनाया जा रहा हिन्दुत्व का मजाक

मौलाना तौकीर रजा

आरयू ब्यूरो,लखनऊ/बरेली। वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद में कथित शिवलिंग मिलने के बाद बयानबाजी का दौर जारी है। इस बीच बरेली में मंगलवार को मौलाना तौकीर रजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। साथ ही पीएम मोदी को धृतराष्ट्र बताते हुए सवाल किया कि प्रधानमंत्री तय करें कि क्या वह न्याय के साथ हैं?

प्रेसवार्ता में मीडिया से बात करते हुए तौकीर रजा ने ज्ञानवापी मामले को लेकर कहा, “मैं हिन्दू भाइयो से कहना चाहूंगा कि ये लोग फव्वारे को शिवलिंग बताकर आपके धर्म का हिंदुत्व का किस तरह से मजाक उड़ा रहे हैं। इन्हें फाउंटेन और शिवलिंग में अन्तर समझ नहीं आता। ये चाहते हैं कि हिंदुस्तान में एक और बंटवारा करवाया जाए।”

मौलाना तौकीर ने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने की बात कही जा रही, लेकिन हिंदुस्तान की मस्जिद में ऐसा हौज पाया जाता है। इस तरह का फव्वारा मस्जिद में पाया जाता है तो क्या हर मस्जिद में मंदिर बनवा दिया जाए। उन्होंने आगे कहा कि जामा मस्जिद में तो इस तरह का फव्वारा जरूर मिलेगा। आगे कहा कि अगर हुकूमत जबरदस्ती करती है तो हुकूमत को परिणाम भुगतने होंगे।

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मौलाना तौकीर ने कहा, “दुनिया जानती है कि बाबरी मस्जिद का फैसला झूठा हुआ था। हमारी मजबूरी को कमजोरी न समझें। जाइए जामा मस्जिद के हौज का फोटो लीजिए, नौम्हला मस्जिद में भी पत्थर मौजूद है।” “ज्ञानवापी में कानून का मजाक बनाया जा रहा है। कमरो की तलाशी लेने के लिए जिसे भेजा था उसने खुले में जो हौज है उसे देखा। अगर ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग है तो हर मस्जिद में ऐसा शिवलिंग है। हिंदुस्तान में ऐसे बहुत से मंदिर थे जहां मस्जिद बनाई गई।”

कोर्ट जाने की नहीं, सब्र करने की जरूरत

आगे कहा कि, “बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने हमारी आस्था को नहीं माना। अब किसी कोर्ट में जाने की जरूरत नहीं है। ताजमहल के नीचे भी शिवलिंग मिल जाएगा, कुतुबमीनार पर भी शिवलिंग है। कब्जा करना चाहते हैं तो कब्जा करो, कोर्ट जाने की जरूरत नहीं, सब्र करने की जरूरत है।

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