आरयू वेब टीम। जम्मू–कश्मीर के कुलगाम में गुरुवार से चल रही आतंकियों से सुरक्षाबलों की मुठभेड़ शुक्रवार को समाप्त हो गयी है। मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के वांटेड आतंकी को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने बिल्डिंग से रॉकेट लॉंचर व एके 47 समेत हथियारों का जखीरा बरामद किया है। पुलिस का मानना है कि 15 अगस्त से पहले आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देकर दहशत पैदा करना चाहते थे। मुठभेड़ में मारे गए आतंकी की पहचान पाकिस्तान निवासी उस्मान के रुप में हुई है, पुलिस व सुरक्षा एजेंसी को उसकी छह महीने से तलाश थी। वहीं मुठभेड़ समाप्त होने के बाद आज पूर्वान्ह जम्मू-श्रीनगर हाईवे को भी यात्रियों के लिए खोल दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम जिले के काजीगुंड में जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर गुरुवार दोपहर बाद आतंकियों ने एक भवन में छिपकर बीएसएफ के काफिले पर उस समय अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी, जब कफिला वहां से गुजर रहा था। हमले के बाद जवानों ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई शुरू की, रातभर मुठभेड़ चलने के दौरान एक आतंकी भागने में कामयाब रहा।
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शुक्रवार को मुठभेड़ समाप्त होने के बाद आइजी कश्मीर विजय कुमार ने मीडिया को बताया कि 15 अगस्त को देखते हुए पुलिस, सुरक्षाबल अलर्ट थे। बीएसएफ आ रही थी तभी दो आतंकवादियों ने एक बड़ी बिल्डिंग से अंधाधुंध फायरिंग शुरू की थी। हमारी तरफ कोई घायल नहीं हुआ।
इसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग बंद करने के साथ ही सुरक्षाबलों ने बिल्डिंग घेरकर जवाबी कार्रवाई की, जिसमें एक आतंकी रात में ही मारा गया, हालांकि रात में सर्च करना मुश्किल था। आज सुबह सर्च किया गया तो लश्कर का पाकिस्तानी आतंकवादी उस्मान की लाश मिली। पुलिस को उसकी छह महीने से तलाश थी। इसके अलावा एके-47, मैगजीन और आपीजी 7 का रॉकेट लॉंचर ग्रेनेड भी मौके से मिला है। साथ ही आइजी ने यह भी कहा कि हथियारों के बड़े पैमाने पर मिलने से पता चलता है कि आतंकी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले थे।