आरयू ब्यूरो, लखनऊ। प्रयागराज के बहुचर्चित राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसपर कांग्रेस व सपा कानून-व्यवस्था को लेकर लगातार योगी सरकार पर हमलावर हैं। इस बीच हत्याकांड के दूसरे दिन बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी प्रतिक्रिया देते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा है। बसपा मुखिया ने आज सोशल मीडिया के जरिये कहा है कि ये घटना यूपी सरकार के कानून-व्यवस्था के दावों की पोल खोलती है।
यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने आज अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से ट्वीट कहा कि प्रयागराज में राजू पाल हत्याकाण्ड के मुख्य गवाह अधिवक्ता उमेश पाल और उनके गनर की दिनदहाड़े हत्या दुखद व अति-निन्दनीय। ये घटना यूपी सरकार के कानून-व्यवस्था के दावों की पोल खोलती है। सरकार मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी उच्च-स्तरीय जांच कराकर दोषियों को सख्त सजा दिलाए।
वहीं प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए आठ से दस टीम लगा दी गई हैं और ये टीम अलग-अलग जगह गई हैं। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पता लगाया जा रहा है कि हमलावर कितनी संख्या में थे। इस मामले में प्रयागराज पुलिस ने बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद के घर से सात लोगों को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए सात लोगों में अतीक अहमद के दो बेटे एहजम और आबान भी शामिल हैं। घर पर मौजूद बेटों के चार दोस्तों व घर पर काम करने वाला नौकर भी हिरासत में लिया गया है।
यह भी पढ़ें- उमेश पाल हत्याकांड पर विधानसभा में अखिलेश ने सरकार को घेरा, गुस्साए CM योगी ने कहा, माफियाओं को मिट्टी में मिला दूंगा
बता दें कि शुक्रवार को राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की उनके आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाद में उमेश के एक गनर की अस्पताल में मौत हो गई, जो गोलीबारी में घायल हुआ था। एक अन्य गनर घायल है, उसका उपचार चल रहा है। प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि उमेश पाल पर शुक्रवार शाम उनके घर के बाहर देसी बमों से हमला किया गया और गोली मार दी गई। हमले में उनके दो गनर भी घायल हुए थे। सरकार द्वारा उमेश पाल की सुरक्षा में दोनों गनर तैनात किए गए थे। इनमें से एक गनर संदीप निषाद ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।