आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बहराइच में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से बातचीत की और राहत सामग्री का वितरण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि राहत और बचाव के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की बाढ़ ईकाई को हर जिले में तैनात किया गया है। अगर किसी की बाढ़ के पानी में डूबने या किसी हिंसक जानवर के काटने से मौत होती है तो पीड़ित परिवारों को तत्काल चार लाख रुपए उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही।
साथ ही मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने हर प्रभावित जिलों में एक-एक वरिष्ठ आइएएस अधिकारी को नोडल अधिकारी के तौर पर तैनात करने का निर्देश दिया है। यह अधिकारी हर जनपद में जाएंगे और अगले चार-पांच दिनों तक कैंप करेंगे। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री और वहां पर चल रहे बचाव अभियानों की समीक्षा करेंगे।
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पांच से 12 सितंबर तक प्रदेश के हर जनपद में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन, शुद्ध पेय जल की आपूर्ति इत्यादि के लिए एक व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, नगर विकास, ग्रामीण विकास और पंचायती राज, महिला और बाल विकास को विशेष रूप से जिम्मेदारी दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के भीतर बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में हैं। मालूम हो कि मुख्यमंत्री तीन दिनों तक बाढ़ प्रभावित इलाकों से जुड़े कार्यक्रम करेंगे। उन्होंने बताया कि बाढ़ बचाव के लिए हम लोगों ने पहले ही जल शक्ति मंत्रालय की तरह से जो कार्य योजना बनाई थी वो लगभग पूरी हो गयी है।