आरयू वेब टीम।
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुरक्षा, व्यापार तथा ऊर्जा के क्षेत्र में संबंधों को मजबूत बनाने पर जोर दिया है। साथ ही आतंकवाद से मिलकर लड़ने की भी बात की गई। दिल्ली के हैदराबाद हाउस में हुई मुलाकात के दौरान दोनों देशों में नौ समझौते भी किए गए।
मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि हम दोनों चाहते हैं कि हमारे पड़ोसी आतंकवाद से मुक्त हों। दोनों देश अपने पड़ोसी अफगानिस्तान को सुरक्षित और समृद्ध देखना चाहते हैं। ईरानी राष्ट्रपति की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि जिस तरह से चाबहार पोर्ट के लिए आपने सहयोग दिया उसके लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं।
यह भी पढ़ें- मोदी और ट्रंप ने मालदीव संकट समेत इन गंभीर विषयों पर की चर्चा
इस अवसर पर ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि हमने पारगमन और अर्थव्यवस्था जैसे दो महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। हम दोनों देशों के बीच रेलवे का रिश्ता जोड़ने के अलावा और चाबहार पोर्ट का विकास चाहते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों का रिश्ता व्यापार से ऊपर है और यह इतिहास से जुड़ा हुआ है। रुहानी ने समझौता करने के लिए भारत सरकार और यहां के लोगों का आभार जताया। इस मौके पर मोदी और रुहानी ने संयुक्त डाक टिकट भी जारी किया।
वहीं इस संबंध में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर लिखा कि यह ”सभ्यताओं का मिलन, समकालीन संदर्भ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति डॉक्टर रूहानी का भारत में स्वागत किया। उन्होंने लिखा है, ”दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, ऊर्जा, संपर्क, रक्षा और सुरक्षा तथा क्षेत्रीय मुद्दों पर ठोस और फलदायी वार्ता की।
इससे पहले रूहानी का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। उसके बाद वे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी से राष्ट्रपति भवन में मिले और सुबह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रूहानी से भेंट कर उनसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।