J-K: खतरे के निशान से ऊपर उठी झेलम नदी, बाढ़ अलर्ट जारी, रोकी गई अमरनाथ यात्रा

बाढ़ अलर्ट जारी

आरयू वेब टीम। 

जम्‍मू-कश्मीर में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से झेलम और इसकी सहायक नदियों में बढ़ते जल स्तर के मद्देनजर प्रशासन ने शनिवार को बाढ़ अलर्ट जारी किया है।वहीं दूसरी ओर खराब मौसम के चलते अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है। साथ ही प्रशासन ने हेल्पलाइन स्थापित किए जाने और स्कूलों को बंद रखे जाने के आदेश दिए हैं। बाढ़ के हालात के मद्देनजर राज्यपाल एनएन वोहरा ने आपातकालीन बैठक की है।

अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के एक प्रवक्ता ने स्‍थानीय मीडिया को बताया कि यहां दोनों ही मार्गों पर यात्रा रोकनी पड़ी क्योंकि वर्षा के चलते रास्ते में फिसलन हो गई है। उन्होंने कहा कि किसी भी तीर्थयात्री को पैदल गुफा मंदिर की ओर बढ़ने नहीं दिया जा रहा है, कुछ यात्री तीर्थयात्रा के लिए हेलीकाप्टर सेवा का इस्तेमाल कर रहे हैं।

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वहीं भारी बारिश के चलते अमरनाथ यात्रा के दो आधार शिविरों गंदेरबल जिला स्थित बालटाल और अनंतनाग जिले के पहलगाम में हजारों तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। वर्षा से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कल कई स्थानों पर भूस्खलन हुए हैं और पत्थर गिरे हैं।

प्राधिकारियों द्वारा समय पर कार्रवाई से यह सुनिश्चित हुआ कि घाटी को देश के अन्य हिस्से से जोड़ने वाली 260 किलोमीटर लंबी यह सड़क खुली रहे। अधिकारियों ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्से से पांच हजार से अधिक तीर्थयात्री यात्रा में हिस्सा लेने के लिए जम्मू पहुंच गए हैं।

इस संबंध में राजधानी श्रीनगर में बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अधिकारी ने बताया मीडिया को बताया कि राम मुंशी बाग के समीप झेलम नदी का जल स्तर 21 फुट खतरे के निशान पर पहुंच गया है। नदियों में बढ़ते जल स्तर को देखते हुए पहले ही बाढ़ अलर्ट जारी कर दिया गया है। सिंचायी एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के इंजीनियरों और अधिकारियों को बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए तैनात किया गया है।

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