आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने सोमवार को कांग्रेस प्रवक्ता सदफ जाफर से जेल में मुलाकात की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने सदफ का जेल में हाल जानने के साथ ही भरोसा दिलाया कि कांग्रेस उनके साथ और किसी भी हाल में उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
वहीं सदफ से मुलाकात के बाद अजय कुमार लल्लू ने मीडिया से कहा कि पुलिस ने बलवाइयों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय सदफ को ही पकड़कर थर्ड डिग्री से भी ज्यादा गंभीर प्रताड़नाएं दीं। सदफ जाफर के साथ रूह कंपा देने वाली पुलिस ने बर्बरता की है। उनको पुरुष पुलिस वालों ने बर्बर तरीके से मारा है। उनके पेट में पुलिस ने बंदूक के बट से मारा है। राजनीतिक कार्यकर्ताओं के साथ इस तरह का अमानवीय और दिल दहला देने वाला उत्पीड़न किया गया है।
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लल्लू ने राजधानी लखनऊ की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जेल में सदफ जाफर ने विस्तार से पुलिसिया बर्बरता की जानकारी दी। सदफ ने बताया कि पुलिस खुद ही हिंसा भड़काने के लिए पत्थरबाजों को लेकर आई थी, जो शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे प्रदर्शन में अचानक पुलिस के इशारे पर हिंसा फैलाने लगे। इस पूरे घटनाक्रम का सदफ जाफर ने वीडियो भी बना लिया था।
प्रदेश अध्यक्ष ने लखनऊ में हुई हिंसा की न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि कांग्रेस हर उत्पीड़न और अन्याय के खिलाफ सदन से लेकर सड़क तक संघर्ष करेगी। साथ ही उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि जेल में बंद सभी सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ताओं के ऊपर से तत्काल मुकदमें हटाकर रिहा किया जाए।
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मालूम हो कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कल एक ट्वीट कर सदफ की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उन्हें फौरन रिहा करने की मांग की थी। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष ने भी अपनी प्रेसवार्ता के दौरान सदफ पर पुलिस द्वारा हमला करने वा फर्जी तरीके से जेल भेजने का आरोप लगाया था।