आरयू वेब टीम। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ शुक्रवार शाम इंडिया गेट पर छात्र-छात्राओं द्वारा किये जा रहे प्रदर्शन में शामिल हुईं। इस दौरान प्रियंका ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार के यह कदम ‘गरीब विरोधी’ हैं। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि हर व्यक्ति अपनी नागरिकता साबित करने के लिए उसी तरह लाइन में खड़ा हो, जिस तरह वह नोटबंदी के बाद खड़ा हुआ था।
मीडिया से बात करते हुए प्रियंका ने कहा कि यह मूल रूप से गरीब विरोधी है। सबसे अधिक प्रभावित गरीब होंगे। यदि किसी को अपनी जमीन के पुराने दस्तावेज निकालने होंगे,तो क्या वे ऐसा कर पायेंगे? क्या आपके दादा-दादी ऐसा कर पायेंगे? ‘‘ हम देश को किस दशा में पहुंचाने जा रहे हैं।
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साथ ही प्रियंका ने कहा कि नोटबंदी के बाद जिस तरह सरकार ने पूरे देश को कतार में खड़ा कर दिया था, उसी तरह फिर देश की जनता को लाइनों में खड़ा करना चाह रहे हैं। प्रियंका ने तर्क देते हुए सवाल किया कि इससे कौन प्रभावित होगा। धनवान तो अपना पासपोर्ट दिखा देंगे, लेकिन गरीब पिसेगा।’’ प्रियंका ने कहा कि वह प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाने आयी हैं।
शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए प्रदर्शन
वहीं हिंसा की बात पर कांग्रेस की महासचिव ने कहा कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए, क्योंकि लोकतंत्र में सभी को विरोध करने का अधिकार है। दूसरी ओर आज प्रदर्शन के दौरान प्रियंका के साथ उनकी बेटी मिराया भी मौजूदी थी।
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बताते चलें इस सप्ताह में ये दूसरा मौका है जब प्रियंका ने इंडिया गेट पर सीएए कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया है। वह पहले जामिया के विद्यार्थियों के समर्थन में इंडिया गेट पर धरने में शामिल हुई थीं। इन विद्यार्थियों के खिलाफ रविवार को पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की थी।