आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। जमीन के बढ़े हुए मुआवजे समेत अन्य मांगों को लेकर लखनऊ विकास प्राधिकरण के गेट पर चल रहे किसानों के धरने के 78वें दिन उनका साथ देने मंगलवार को भाजपा सांसद कौशल किशोर को खुद एलडीए पहुंचना पड़ा।
इस दौरान किसानों को योगी सरकार में अन्याय नहीं होने का भरोसा दिलाने के साथ ही एलडीए उपाध्यक्ष प्रभु एन सिंह, डीएम कौशल राज शर्मा व किसान नेताओं के साथ मोहनलालगंज सांसद ने करीब दो घंटे बैठक कर अधिकारियों और किसानों के बीच तालमेल बनाने की कोशिश। जिसमे काफी हद तक भाजपा सांसद सफल भी हुए।
शुरू होगी दशकों से अटकी बसंत कुंज योजना
बैठक के बाद कौशल किशोर ने बताया कि किसानों और अधिकारियों के बीच काफी हद तक बात तय हो चुकी है। दशकों से अटकी बसंत कुंज योजना चालू कराया जाएगा। इसके लिए हफ्ते से दस दिन बाद एलडीए और जिला प्रशासन की ओर से संयुक्त रूप से कैंप लगाकर करीब तीन हजार किसानों के खातें में सीधा उनका मुआवजा दिए जाने का प्रबंध किया जाएगा। जिससे कि बिचौलिए कुछ गड़बड़ नहीं कर सकेंगे।
यह भी पढ़ें- मिर्जापुर में विपक्ष पर बरसे मोदी, कहा किसानों के लिए बहा रहें हैं घड़ियाली आंसू
साथ ही कानपुर रोड और सीतापुर रोड योजना के किसानों को भी उनकी जमीनों का बचा हुआ मुआवाजा दिलवाया जाएगा। इसके अलावा जिन किसानों को चबूतरे दिए जाना बाकी है, उनके चबूतरों की भी एलडीए कैंप लगाकर रजिस्ट्री करेगा। वहीं चिनहट इलाके में किसानों की जमीन पर कब्जा की भी बात सामने आयी है। जिसपर जांच कराकर डीएम को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
यह भी पढ़ें- ग्रामीणों से मिलकर बोले योगी, पिछली सरकारों के एजेंडे में नहीं था गांव, गरीब और किसान
भाजपा सांसद ने कहा कि इसके अतिरिक्त किसानों की अन्य मांगों पर भी अधिकारियों को गंभीरता से विचार कर हल निकालने को कहा गया है। कुल मिलाकर लखनऊ के किसी भी किसान के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
एलडीए उपाध्यक्ष पर नाराज हुए किसान
करीब ढाई महीनों से धरना दे रहें किसानों ने आज एलडीए उपाध्यक्ष के प्रति नाराजगी भी दिखाई। भारतीय किसान यूनियन (अवध) के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव व दूसरे किसानों ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि 12 जून से किसान अपना घर-परिवार छोड़कर धूप, आंधी व पानी के बीच एलडीए गेट पर धरना दे रहें हैं, लेकिन चंद कदमों की दूरी पर बैठे एलडीए उपाध्यक्ष ने उनकी सही मांगों को पूरी करना तो दूर उसे सुनना भी जरूरी नहीं समझा।
यह भी पढ़ें- एलडीए की बेरुखी से नाराज किसानों ने सीएम आवास की ओर किया कूंच, भागते हुए पहुंचे अफसर
जबकि प्रदर्शन के दौरान क्षुब्द्ध होकर 16 जुलाई को कानपुर रोड योजना के एक किसान ने एलडीए गेट पर ही फांसी लगाकर जान देने की भी कोशिश की थी, लेकिन इसके बाद भी अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा। आज भी उन लोगों को कोई लिखित आश्वासन नहीं मिला है, इसलिए प्रदर्शन चलता रहेगा।
वहीं भाजपा सांसद ने कहा कि इस बारे में भी अधिकारियों और किसानों की आमने-सामने बात करायी गयी थी। जिसमें ये बात निकलकर सामने आयी कि एलडीए उपाध्यक्ष ने अपने अधीनस्थ जिन लोगों को किसानों से बातचीत के लिए लगाया था, वो दोनों पक्षों की बातों को सही ढंग से एक-दूसरे तक नहीं पहुंचा सकें, जिसकी वजह से दिक्कतें हुई।
यह भी पढ़ें- लाठी लेकर एलडीए पहुंची महिलाओं ने 30 साल से फंसे मुआवजे के लिए किया प्रदर्शन
दूसरी ओर एलडीए वीसी प्रभु एन सिंह का कहना है कि मिलने के लिए किसी को कोई मनाही नहीं है। अब चार लोग धरने पर बैठ जाएं तो इससे हल नहीं निकलता। सबके लिए दरवाजा खुला है। जो भी लोग आतें हैं उनसे मुलाकात की जाती है। किसानों की समस्या के लिए भी हल निकाला जा रहा है।
बैठक में ये लोग रहें मौजूद-
बैठक में भाजपा सांसद कौशल किशोर, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, एलडीए उपाध्यक्ष प्रभु एन सिंह, सांसद प्रतिनिधि प्रवीण अवस्थी, भारतीय किसाना यूनियन (अवध) के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव के अलावा यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष छोटे लाल गौतम, जिला महामंत्री रमेश रंजन, राम रथ वर्मा, धनेष वर्मा व मूलचंद समेत अन्य किसान नेता व अधिकारी मौजूद रहें।
यह भी पढ़ें- एलडीए से नाराज किसानों ने बंद कराया मानसरोवर योजना का काम, देखें वीडियो