आरयू वेब टीम।
राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव जेल में अन्य कैदियों से अलग कुछ सुविधाएं चाहते हैं। जिनमें उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को उनसे मिलने की पूरी छूट दी जाए। उन्हें राजनीतिक बंदियों को मिलने वाली सुविधाओं की मांग की, लेकिन, सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने लालू को किसी भी तरह की रियायत देने से साफ इंकार कर दिया।
लालू को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया था। जिसमें उन्होंने जेल में उनसे मिलने आने वाले उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को उनसे मिलने से रोके जाने पर विशेष जज शिवपाल सिंह से शिकायत की। इसके साथ ही लालू ने जज से कहा कि उन्हें राजनीतिक कैदियों को मिलने वाली सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं।
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इस पर जज ने कहा कि आगंतुकों को लालू प्रसाद से मिलने के लिए जेल के नियमों का पालन करना ही होगा। जज ने कहा इसलिए मैंने आपके लिए खुली जेल की सिफारिश की थी। लालू ने इस पर तुरंत जवाब दिया अगर कार्यकर्ताओं को खुली जेल में रोका जाएगा, तो वहां नरसंहार हो सकता है। झारखंड के सभी 20 हजार पुलिसकर्मियों को सुरक्षा में तैनात होना पड़ेगा।’ इस पर सिंह ने कहा कि आप चिंता न करें ऐसा कुछ नहीं होगा।
गौरतलब है कि राजनीतिक कैदियों को आमतौर पर जेल में कुछ सुविधाएं दी जाती हैं, लेकिन, रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के प्रशासन ने लालू प्रसाद को ऐसी कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करायी है। लालू प्रसाद यादव को जेल में एक साधारण कैदी की तरह रहना पड़ रहा है। इससे राजद सुप्रीमो बेहद खफा हैं।
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