सपा के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के लखनऊ, अमेठी व कानपुर के ठिकानों पर ED की छापेमारी

गायत्री प्रजापति
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आरयू ब्यूरो अमेठी/लखनऊ। समाजवादी सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। यौन शोषण केस में जेल में बंद प्रजापति के अमेठी, कानपुर-लखनऊ के घरों व कार्यालय पर ईडी ने छापेमारी की। इसके अलावा उनके निजी चालक रामराज उर्फ छोटू के अमेठी स्थित घर में बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का छापा पड़ा है। कहा जा रहा है कि नौकर के पास भी करीब दो सौ करोड़ की संपत्ति है।

गायत्री के अमेठी स्थित आवास विकास कालोनी के घर पर करीब आधा दर्जन अधिकारी मौजूद रहे। वहीं, गायत्री प्रजापति के बेटे के विभूति खंड स्थित ओमैक्‍स अपार्टमेंट के दफ्तर में भी छापेमारी की गई है। ईडी के ज्वाइंट डायरेक्टर राजकेश्वर सिंह ने बताया कि गायत्री प्रजापति के लखनऊ, कानपुर और अमेठी में सात ठिकानों पर ईडी ने जांच की है।छापेमारी के दौरान सभी जगाहों पर पूछताछ करने के साथ ही ईडी के अफसरों ने कागजात व अन्‍य जरूरी सामान जब्‍त किए हैं।

मिली जानकारी के अनुसार प्रयागराज के ईडी के अधिकारियों ने बुधवार की सुबह अमेठी कोतवाली क्षेत्र के आवास विकास कालोनी स्थित गायत्री प्रसाद और उनके निजी चालक रामराज उर्फ छोटू के घर पहुंचे। एक टीम में करीब आधा दर्जन ईडी के अधिकारी व कर्मचारी तथा स्थानीय पुलिस बल हैं। बुधवार सुबह करीब पांच बजे जिला मुख्यालय पहुंची ईडी की टीम दोनों स्थानों पर रवाना हुई। सात बजे ईडी की टीम ने आवास विकास स्थित गायत्री प्रजापति के निजी आवास एवं चालक रामराज के घर में छापेमारी कर दस्तावेज खंगाले।

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गौरतलब है कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में गायत्री का बड़ा पुत्र अनिल भी जेल में बंद है। वहीं शासन से मंजूरी मिलने के बाद ईडी ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में गायत्री प्रजापति के विरुद्ध केस दर्ज किया कराया था। जांच में पता चला कि वर्ष 2012-17 के दौरान मंत्री रहते हुए प्रजापति ने आय से छह गुना अधिक संपत्तियां बनाईं। वैध स्रोतों से उनकी आय 50 लाख रुपए के करीबी थी, जबकि उनके पास तीन करोड़ से अधिक की संपत्तियां मिलीं। जांच में 22 ऐसी बेनामी संपत्तियों की भी जानकारी मिली, जो इसी अवधि में प्रजापति के करीबियों के नाम पर खरीदी गईं। ये संपत्तियां करीबी रिश्तेदारों, निजी सहायकों और ड्राइवरों के नाम पर हैं।

बता दें, खनन घोटाले में प्रजापति के विरुद्ध सीबीआइ की तरफ से दर्ज की गई एफआइआर के बाद ईडी ने भी मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था। ईडी इस मामले में प्रजापति व उनके दोनों बेटों समेत कई लोगों से पूछताछ भी कर चुकी है।

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