कर्जदारों से बचने को युवक ने गढ़ी सवा पांच लाख के लूट की फर्जी कहानी, पुलिस ने तीन घंटें में खुलासा कर पहुंचा दिया सलाखों के पीछे

लूट की फर्जी कहानी
लूट की फर्जी कहानी के चक्कर में पकड़ा गया उमर।

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। कर्जदारों के बार-बार के तगादे से बचने के लिए सोमवार को गुडंबा इलाके में एक युवक ने सवा पांच लाख रुपए लूट की फर्जी कहानी सुनाकर पुलिस को हलकान कर दिया। हालांकि पुलिस ने अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए गहनता से जांच और पूछताछ की तो मात्र तीन घंटें में ही युवक की पोल खुल गयी। जिसके बाद पुलिस ने युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।

गुडंबा इंस्‍पेक्‍टर रविंद्रनाथ राय ने बताया कि आज दोपहर करीब पौने एक बजे सूचना मिली कि गुडंबा के राजीव नगर (कल्‍याणपुर) निवासी मोहम्‍मद उमर से बेहटा गांव के समीप सवा पांच लाख रुपए लूटकर बाइकसवार बदमाश फरार हो गए हैं। लूट की जानकारी पाकर इंस्‍पेक्‍टर गुडंबा के अलावा एसपीटीजी अमित कुमार व पुलिस के अन्‍य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की।

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इंस्‍पेक्‍टर के अनुसार कल्‍याणपुर में ही पान की दुकान लगाने व डाला चलाने वाले उमर ने सवा पांच लाख रुपए की भारी भरकम राशि लूटे जाने की बात बताई तो पुलिस को संदेह हुआ। जिसके बाद उससे गहनता से पूछताछ व तथ्‍यों के आधार पर जांच की गयी तो पता चला कि उसके ऊपर पान मसाले के थोक विक्रेता का 48 हजार व जिस व्‍यक्ति से डाला खरीदा था, उसका 35 हजार व कुछ अन्‍य लोगों का कर्जा है। जिसको देने के लिए वो लगातार उमर पर दबाव बना रहे थे, जबकि उसके पास कर्जदारों को देने के लिए पैसा नहीं था। इसलिए उसने लूट की फर्जी कहानी गढ़ी थी, जिसके चलते उसको कर्जदारों से बचने का कुछ महीनों का समय मिल जाता और फिर इस दौरान वो कमाकर उनका कर्जा भी अदा कर देता।

आमदनी अठन्‍नी खर्चा रुपया के चक्‍कर में हो गया कर्जदार

इंस्‍पेक्‍टर गुडंबा ने बताया कि उमर के घर में पत्‍नी के अलावा चार बच्‍चे है। लंबें समय से उसकी आमदनी से कही ज्‍यादा खर्च। जिसके चलते वो लोगों का कर्जदार होता गया।

इस तरह से पुलिस ने कर दिया तीन घंटें में घटना का खुलासा

एसपीटीजी अमित कुमार ने बताया कि शुरूआती जांच में ही उमर के ऊपर पुलिस को शक हो गया था। जिसके बाद पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की तो किसी ने भी घटना होने की पुष्टि नहीं की। यहां तक कि जिस बाग में घटना होने की बात उमर ने बताई उस समय बाग मालिक भी बाग में मौजूद थे और उन्‍होंने घटना की जानकारी से इंकार कर दिया।

एसपीटीजी के अनुसार पुलिस ने उमर के मोबाइल की लोकेशन जांची तो वो भी उसके बताए घटनाक्रम के हिसाब से सही नहीं पाई गयी। फिर पुलिस ने उमर और उसकी पत्‍नी से अलग-अलग पूछताछ की तो दोनों के बयान भी एक दूसरे से बिल्‍कुल अलग मिले।

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वहीं उमर ने बताया कि वो जमीन खरीदने के लिए दो पहिया वाहन से सवा पांच लाख रुपए लेकर जा रहा था। पुलिस ने जमीन बेचने वाले से बातचीत की तो उसने भी ये कहते उमर की बात को खारिज कर दिया कि उसने तो सिर्फ स्‍टाम्‍प पेपर के 40 हजार रुपए लाने को कहे थे।

इसके अलावा उमर ने पुलिस को बताया था कि उसने अपने एक दोस्‍त के सामने वाहन में रुपए रखे थे, लेकिन पुलिस ने दोस्‍त से बात की तो उसने भी कैश रखे जाने की बात देखे जाने से इंकार कर दिया। इन तमाम बिंदुओं के जांच के आधार पुलिस ने अंत में कड़ाई से उमर से पूछताछ की तो उसने पूरी कहानी उगल दी।

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