आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बीते सोमवार को राजभवन के पास गनमैन की हत्या कर कैश वैन से छह लाख 44 हजार की सनसनीखेज लूट का रविवार को बेहद चौंकाने वाला खुलासा पुलिस ने किया है। पुलिस के अनुसार विनीत कैश वैन की जगह किसी और को लूटने एक्सिस बैंक के पास पहुंचा था, इसी बीच चालक द्वारा वैन में कैश होने की बात पता चलने पर उसने घटना को अंजाम दिया था।
लूटकांड के बाद से फरार चल रहा एक लाख का ईनामी बदमाश विनीत कुमार तिवारी और घटना के बाद उसकी सहायता करने वाले बहनोई कवींद्र पाण्डेय को पुलिस ने मुखबिर और सर्विलांस सेल की सहायता से बीती रात रायबरेली से गिरफ्तार कर लिया है।
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एसएसपी आवास पर आज एक प्रेसवार्ता में आइजी रेंज सुजीत पाण्डेय ने आरोपितों को मीडिया के सामने पेश करते हुए बताया कि विनीत किसी और को लूटने की फिराक में 27 और फिर 30 जुलाई को बैंक के पास पहुंचा था। बाइक खड़ी कर वो अपने शिकार का इंताजार ही कर रहा था कि वहां कैश वैन लेकर पहुंचे चालक रामसेवक की पहल पर उससे बातचीत शुरू हो गयी।
दोनों बात ही कर रहे थे कि बारिश होने लगी जिसपर रामसेवक ने वैन में कैश होने की बात बताते हुए कह दिया कि वह भीगने से बचने के लिए कहीं और जाकर खड़ा हो जाए। चालक की बात सुन विनीत ने कैश वैन ही लूटने का मन बनाते हुए धावा बोल दिया।
गनमैन की गोली से घायल हुआ था विनीत
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि हाथ में असलहा लेकर लूट की नीयत से वैन में घुसे विनीत को देखते ही एक्शन में आए गनमैन ने उस पर गोली चली दी, जो विनीत के दाहिनी बाजू को रगड़ती हुई निकल गयी। जबकि विनीत गनमैन की हत्या और कस्टोडियन को गोली मारकर घायल करने के बाद एक बैग में रखे छह लाख 44 हजार रुपए लूटकर भागने में सफल रहा था।
बहनोई की सहायता से पहुंचा था रायबरेली
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि घटना को अंजाम देने के बाद विनीत ने बाइक और पैसा कृष्णानगर क्षेत्र में स्थित घर में ही रखा था, लेकिन पकड़े जाने के डर से उसने बहनोई की सहायता से भागने का प्लॉन बना लिया था। शनिवार को पुलिस के पहुंचने से पहले सुबह वह बहनोई कवींद्र पाण्डेय के साथ बाइक से मानकनगर रेलवे स्टेशन के पास पहुंचा। कुछ ही देर में पत्नी लूटे गए पैसों को लेकर वहां पहुंची तो पत्नी को लेकर बस से वह रायबरेली निवासी अपनी बहन मंजू के गांव भोले पुरवा पहुंचा गया।
अपराधियों का साथ देने वाले भी जाएंगे जेल
वहीं कवींद्र के पकड़ जाने को लेकर एसएसपी ने कहा कि एक लुटेरे व हत्यारे की सहायता करने व पूरा मामला जानने के बाद पुलिस से घटना छिपाने पर पुलिस ने कवींद्र को गिरफ्तार करते हुए उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जुर्म करने के साथ ही अपराध छिपाना भी एक अपराध है। एसएसपी ने राजधानीवासियों से अनुरोध करते हुए कहा कि अपराधियों का साथ बिल्कुल न दे नहीं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
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विनीत के पास से हुई बरामदगी-
पुलिस ने देर रात विनीत के पास से चार लाख 73 हजार नौ सौ रुपए के अलावा .315 बोर का तमंचा, एक खोखा, कैश वैन से लूटा गया कैश बैग, दो बाइक फर्जी नंबर प्लेट इसके अलावा शनिवार को विनीत के घर से पुलिस ने घटना में इस्तेमाल बाइक, पिस्टल की मैग्जीन, घटना के समय पहने गए जूते बरामद किए थे।
सनसनीखेज कांड के खुलासे में इनकी रही अहम भूमिका-
एंटी डकैती टीम के प्रभारी इंस्पेक्टर फरीद अहमद, सर्विलांस सेल प्रभारी सुधीर त्यागी, क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर विमलेश सिंह इसके अलावा इंस्पेक्टर हजरतगंज आनंद शाही, इंस्पेक्टर गुडंबा धर्मेश कुमार शाही, इंस्पेक्टर ठाकुरगंज अंजनी कुमार पाण्डेय, इंस्पेक्टर सरोजनीनगर रामसूरत सोनकर, इंस्पेक्टर महानगर विकास पाण्डेय, स्वॉट टीम प्रभारी (एसपीटीजी) अजय त्रिपाठी, एसआइ एैनुद्दीन, सर्विलांस सेल के सिपाही धर्मेंद तिवारी व राम निवास शुक्ला के अलावा रायबरेली जिले के सर्विलांस सेल प्रभारी अमरेश त्रिपाठी की अहम भूमिका रही। वहीं घटना से संबंधित सूचनाओं को संकल्ति और से प्रसारित करने में मीडिया सेल के पीआरओ अरुण कुमार सिंह व एसएसपी के पीआरओ संजय खरवार ने भी अहम भूमिका निभाई।