आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ नगर निगम के वाहनों को लेकर सामने आई शिकायतों के बाद बुधवार मंडलायुक्त रोशन जैकब खुद ही एकाएक केंद्रीय कार्यशाला आरआर विभाग पहुंच गयीं। कमिश्नर के औचक निरीक्षण से कुछ देर तक अधिकारी व कर्मचारियों में अफरा-तफरी का माहौल रहा। निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह भी मौजूद रहें। कमिश्नर ने नगर निगम के सभी वाहनों को जीपीएस से लैस करने, कर्मचारियों को बकाया वेतन देने समेत अधिकारियों को आज अन्य निर्देश भी दिए।
निरीक्षण के दौरान कुछ नए वाहनों को खड़ा देख कमिश्नर ने उनको जोनवार डिवाइड करके सफाई व्यवस्था में लगाने को कहा। साथ ही सभी सफाई कर्मियों को स्लोगन लिखे ड्रेस देने का भी अफसरों को निर्देश दिया।
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अधिकारियों से जानकारी लेने के साथ ही कमिश्नर ने कहा कि नगर निगम के कुल 794 वाहनों को कार्य योग्य बनाकर उनका डेंट-पेंट कराएं। इस्तेमाल में नहीं आ रहें 108 वाहनों में से 48 वाहनों को निष्प्रयोज्य बनाया गया है, बाकी के वाहनों को ठीक या फिर उन्हें भी निष्प्रयोज्य बनाया जाए।
कार्यशाला परिसर के गेट, बाउंड्री व टीन सेड टूटे हुए देख कमिश्नर ने उनकी भी मरम्मत कराने का निर्देश दिया। इसके अलावा केंद्रीय कार्यशाला मे खड़े नौ रोड स्वीपिन्ग तथा 10 बैट्री ऑपरेटेड रोड स्वीपिन्ग मशीनों के रूट निर्धारित करते उन्हें भी बरसात बाद चलवाएं।
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वहीं कर्मचारियों की समस्या सामने आने पर कमिश्नर को पता लगा कि आउटसोर्सिंग एजेंसियों द्वारा भुगतान लेने के बाद भी कर्मचारियों को वेतन नहीं दे रहीं। जिसपर रोशन जैकब ने अधिकारियों से एजेंसी के साथ बैठक कर दिक्कतें दूर करने को कहा। वहीं तेल चोरी व अन्य शिकायतों को देखते हुए कमिश्नर ने ईंधन से संबंधित फ्लीट कार्ड प्रोग्राम की व्यवस्था को जल्द से जल्द लागू करने का निर्देश दिया।