केजरीवाल सरकार की बड़ी कार्रवाई, जिंदा बच्‍चे को मृत घोषित करने वाले मैक्‍स अस्‍पताल का लाइसेंस रद्द

मैक्स अस्पताल

आरयू वेब टीम। 

उत्‍तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत देश-भर के बड़ें-बड़ें अस्‍पताल में डॉक्‍टरों की दिल-दहलाने वाली लापरवाही की खबरें तो आप रोज ही पढ़ते-सुनते हैं, लेकिन दिल्‍ली में एक जिंदा बच्‍चे को मृत घोषित करने में मामले में आज केजरीवाल सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। केजरीवाल सरकार ने शालीमार बाग स्थित नामी मैक्‍स अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया है।

मामले की जांच रिपोर्ट आने के बाद दिल्‍ली सरकार की इस कार्रवाई से लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाले डॉक्‍टरों और पैसे की लालच में लाश तक को जिंदा बताकर धन चूसने वाले अस्‍पताल प्रबंधकों में हड़कंप मच गया है।

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स्वास्‍थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मीडिया को बताया कि नवजात को मृत बताने के मामले में यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि अस्पताल ने इस मामले में जो लापरवाही दिखाई उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

बता दें कि घटना के सामने आने के बाद दिल्ली सरकार और पुलिस ने अस्‍पताल प्रशासन को नोटिस भेजे थे। इसके बाद जैन ने बताया था कि शुरुआती जांच में अस्पताल प्रशासन की गलतियां पाई गई है। बुधवार को इस अस्पताल को बंद करने की मांग को लेकर नवजात के परिवार वाले अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए थे।

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उल्‍लेखनीय है कि वर्षा नामक महिला को 28 नवंबर को उसके परिजनों ने बेहतर इलाज की उम्‍मीद पर मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया था। 30 नवंबर की सुबह उसने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। डॉक्टरों ने परिवार को बताया कि दोनों मृत पैदा हुए हैं और एक प्लास्टिक बैग में शव सौंप दिए। बच्चों को अंतिम संस्कार के लिए जब परिजन ले जा रहे थे तो नवजात के पिता आशीष को महसूस हुआ कि बैग में बच्चा हरकत रहा है।

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बैग खोलने पर एक बच्चे की सांस चल रही थी। बच्चे को पीतमपुरा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बुधवार को उसकी मौत हो गई थी। बेहद संवेदनशील इस मामले के सामने आने के बाद केजरीवाल सरकार ने इस पर जांच बिठाई थी।

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वहीं घटना के बाद मैक्स अस्पताल ने बयान जारी कर अफसोस जताया था। बयान में कहा गया था कि 22 हफ्ते के प्री-मैच्योर जुड़वा नवजातों को जीवित होने के कोई संकेत नहीं दिखने पर परिवार को सौंप दिया गया था।

कार्रवाई से सोशल मीडिया पर उत्साह, दूसरे राज्‍यों को भी सबक लेने की नसीहत

अस्‍पतालों और डॉक्टरों की लापरवाहियों की दास्‍तान के साथ ही कार्रवाई करने वालों के जांच हो रही है, जांच होगी, कड़ी कार्रवाई जैसे बयान सुनकर निराश हो चुकी जनता आज किसी बड़ें अस्‍पताल का लाइसेंस रद्द करने के मामले में केजरीवाल सरकार की जमकर सराहना कर रही है। इतना ही नहीं उत्‍तर प्रदेश समेत अन्‍य राज्‍यों की सरकारों से भी इस पर सबक लेने की नसीहत दे डाली है।

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