केरल में मानसून आने में हो सकती है देर, पांच जून तक आने की संभावना

केरल में मानसून
प्रतीकात्मक फोटो।

आरयू वेब टीम। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2020 का इंतजार अब शुरू हो गया है। इस बीच शुक्रवार को भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) ने जानकारी दी है कि इस साल मानसून केरल में चार दिन की देरी से आ सकता है। मौसम विभाग ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस साल केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत एक जून की सामान्य तारीख की तुलना में थोड़ी देर से होने की संभावना है। इस साल केरल में मानसून की शुरुआत पांच जून को होने की उम्मीद है।

बीते 15 साल में मौसम विभाग का अनुमान सटीक रहा। अंडमान और निकोबार में कब पहुंचेगा मानसून? इससे पहले मौसम विभाग ने कहा था कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के शनिवार तक अंडमान और निकोबार द्वीप और बंगाल की खाड़ी पहुंचने की संभावना है। आइएमडी के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून अक्सर 20 मई तक अंडमान और निकोबार द्वीप और बंगाल की खाड़ी पहुंच जाता है और उसके बाद यह 10 से 11 दिनों में केरल में दस्तक देता है। दक्षिण-पश्चिम मानसून को खरीफ फसल जैसे धान, मोटे अनाज, दालें और तिलहन बोने के लिए अहम माना जाता है।

इस साल से विभाग ने 1960-2019 के आंकड़ों के आधार पर देश के कई हिस्सों के लिए मानसून की शुरुआत और वापसी की तारीखों को भी संशोधित किया है। पिछली तारीखें 1901 और 1940 के आंकड़ों पर आधारित थीं। वहीं अन्य राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मानसून सामान्य तारीखों की तुलना में तीन से सात दिनों की देरी से आएगा। दिल्ली में कब बरसेंगे बादल? इसके अलावा दिल्ली के लिए मानसून की सामान्य शुरुआत की तारीख 23 जून से 27 जून तक संशोधित की गई है।

इसी तरह मुंबई और कोलकाता के लिए दस से 11 जून तक और चेन्नई में एक से चार जून तक की तारीखों को संशोधित किया गया है। आईएमडी ने इस साल सौ फीसदी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। चार महीने का दक्षिण-पश्चिम मानसून आमतौर पर एक जून को केरल से शुरू होता है, लेकिन इसमें इस बार चार दिन की देरी की संभावना जताई गई है। ये कृषि अर्थव्यवस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि देश में सालाना होने वाली बारिश का 75 फीसदी इसी मानसून से होती है।

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बता दें केरल में मानसून आने के साथ ही देश में चार महीने के बरसात के मौसम की आधिकारिक शुरुआत हो जाती है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने कहा है कि पिछले 15 सालों में सिर्फ 2015 को छोड़कर उसका अनुमान सटीक साबित हुआ है। पिछले साल आठ जून को मानसून केरल पहुंचा था। मौसम विभाग ने छह जून का अनुमान जारी किया था। 2018 में 29 मई का अनुमान जारी किया था, और मानसून 29 मई को ही पहुंचा।