आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। नोटबंदी के दौरान बैंक की लाइन में जन्म लेने वाले खजांची को पहले बर्थ-डे का गिफ्ट अखिलेश यादव ने काफी यादगार बना दिया है। खजांची के साथ उसका बर्थ-डे मनाने वाले अखिलेश यादव ने अब उसके गांव को गोद लेने का एलान किया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने बताया है कि खजांची का कल जन्मदिन मनाने के बाद आज पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खजांची के गांव अनन्तपुरवा तहसील डेरापुर जिला कानपुर देहात को भी गोद लेने का फैसला किया है। अनन्तपुरवा को सपा अध्यक्ष समाजवादी विकास गांव बनाएंगे। गांव का विकास कर पूर्ण सुविधा संपन्न बनाया जाएगा।
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सपा के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि दो दिसंबर 2016 को डेरापुर तहसील के झींझक में पंजाब नेशनल बैंक में नोटबंदी के दौरान लाइन में लगे रहने के दौरान खजांची का जन्म हुआ था। समाजवादी सरकार ने उसे लोहिया आवास भी दिया था।
जबकि नोटबंदी के तमाम फर्जी फायदे गिनाने वाली भाजपा सरकार ने कुछ नहीं किया। अभी तक खजांची और उनके मां-बाप का एक खाता भी नहीं खुल पाया है और न कोई सरकारी सुविधा मिल सकी। यहीं है नोटबंदी का सच।
अपने भी नवनिर्वाचित मेयरो से इस्तीफा दिलवाएं योगी
राजेंद्र चौधरी ने कहा कि नगरीय निकाय चुनावों को भाजपा ने कई स्तर पर प्रभावित किया है। सत्ता का खुला दुरूपयोग कर मतदाताओं को प्रभावित किया गया। ईवीएम पर उठी आशंकाओं के निराकरण के बजाए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से मांग उठाना कि बसपा के निर्वाचित मेयर अपना इस्तीफा देकर फिर चुनाव लड़े योगी का यह अधूरा बयान है। होना तो यह चाहिए कि भाजपा भी अपने सभी नव निर्वाचित मेयरों का इस्तीफा दिलवाए और फिर बैलेट पेपर से चुनाव हो। इससे लोकतंत्र और चुनाव की निष्पक्षता की भी परीक्षा हो जाएगी।