किसान देश की रीढ़, लेकिन सरकार उनकी समस्याओं को कर रही नजरअंदाज: संजय राउत

किसान देश की रीढ़
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। किसान दिवस के मौके पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने बुधवार को एक बार फिर किसानों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। संजय राउत ने किसानों को देश की ‘रीढ़’ बताते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है। राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर राउत ने कहा कि कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए किसानों को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है।

दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन के मुद्दे पर राउत ने कहा कि केंद्र सरकार को अहंकार त्याग कर किसानों से बात करनी चाहिए। बुधवार को मनाया जा रहा राष्ट्रीय किसान दिवस किसानों के लिए एक काला दिन’’ है। उन्होंने कहा, ‘किसान हमारे देश की रीढ़ हैं लेकिन कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए उन्हें कमजोर किया जा रहा है।’ राउत ने दावा किया कि आंदोलन के दौरान अब तक 12 किसानों की मौत हो चुकी है। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘अपना अहंकार त्याग कर किसानों से बात कीजिए। मैं हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं।’

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वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि किसानों का सम्मान करना सत्ता में बैठे लोगों की जिम्मेदारी है , लेकिन अफसोस की बात है कि किसानों को अपने हक के लिये भी लड़ाई लडऩी पड़ रही है।पवार ने राष्ट्रीय किसान दिवस पर ट्विटर पर पोस्ट करके किसानों को न्याय मिलने की कामना की। केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों किसान 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं।

पवार ने ट्वीट किया, ‘हमारी अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले किसानों का सम्मान करना सत्ता में बैठे लोगों की जिम्मेदारी है। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के किसानों को अपने हक और मांगों के लिये प्रदर्शन करना पड़ रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रीय किसान दिवस पर किसानों को न्याय मिलने की कामना कर रहा हूं।’

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