आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। उर्वरक केंद्र से आ रही गड़बड़ी की शिकायतों पर मंगलवार को यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सख्त कदम उठाया है। कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को निर्धारित मूल्य पर गुणवत्तायुक्त उर्वरक उपलब्ध कराना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। यूपी के सभी जिलों के हर निजी एवं साधन सहकारी समितियों के उर्वरक बिक्री केंद्रों पर किसानों की सहूलियत के लिए जल्द ही बैनर लगाए जाएंगे। जिस पर उर्वरक विक्रेता के साथ ही जिला कृषि अधिकारी या जिला सहायक निबंधक का नाम और मोबाइल नंबर लिखा होगा। साथ ही उर्वरक की मौजूदा दर के साथ ही उसका पुराना दाम भी लिखा होगा। जिससे कि निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर उर्वरक की बिक्री किये जाने पर किसान संबंधित विक्रेता की शिकायत किसान अधिकारी से कर सके।
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कृषि मंत्री ने किसानों के हित की बात करते हुए आज मीडिया से कहा कि यूरिया पर लगने वाले अतिरिक्त टैक्स एसीटीएन को खत्म कर यूरिया की 45 किलों की बोरी के दाम को 299 रूपये से घटाकर 266.50 रूपये, जबकि 50 किलों की बोरी का मूल्य 331.50 से घटाकर 295 रूपये कर दी गयी है।
नौ विक्रेताओं के लाइसेंस निरस्त, 225 के निलंबित
सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुये कृषि विभाग द्वारा जिलाधिकारी एवं कमिश्नर के अधीन विभिन्न विभागों के अधिकारियों की टीम गठित कर उर्वरक विक्रय केंद्रों पर आकस्मिक छापे डाले गए हैं। इस कार्यवाही के दौरान 3239 छापे डालकर 1078 उर्वरक नमूने लिये गये। उर्वरक केंद्र पर अनियमितता पाये जाने पर नौ विक्रेताओं के उर्वरक विक्रय लाइसेंस निरस्त किये जाने के साथ ही 225 विक्रेताओं के लाइसेंस निलंबित भी किए जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त 294 उर्वरक व्यवसाइयों को कठोर चेतावनी भी दी चुकी है, अगली बार गलती करने वालों के लाइसेंस निरस्त कर दिए जाएंगे।