आरयू वेब टीम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंदौर स्थित शहरी गीले कचरे से बायो-सीएनजी बनाने के एशिया के सबसे बड़े गोबर-धन प्लांट का लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इंदौर का नाम आते ही स्वच्छता की स्मरण हो आता है। पीएम ने कहा कि चुनौती से निपटने के तात्कालिक और स्थाई दो तरह के समाधान होते हैं। हमारी सरकार स्थाई समाधान देती है। एक साथ कई लक्ष्यों को साधने वाली होती है।
स्वच्छ भारत अभियान में स्चच्छता के साथ ही गांव व शहर सुंदर बनाने के कारण रोजगार जैसे अनेक काम एकसाथ हुए। अब हमारा फोकस घर से निकले कचरे के निस्तारण का है। शहरों को कूड़े के पहाड़ों से मुक्त करने का है, इंदौर इस मामले में एक बेहतर मॉडल बनकर उभरा है।
पीएम ने कहा कि गोबरधन प्लांट से पशुपालकों को गोबर से भी अतिरिक्त आय मिलना शुरू हुई है। ये सारे प्रयास भारत के क्लइमेट कमिटमेंट को भी पूरा करने में मदद करेंगे। गोबरधन योजना का जो असर हो रहा है उसकी जानकारी जितनी ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिले, उतना ही अच्छा। इस सीएनजी प्लांट से इंदौर को हर दिन 18 हजार किलो बायो सीएनजी तो मिलेगी ही। इसके अलावा 100 टन जैविक खाद भी यहां से रोजाना निकलेगा। प्रदूषण भी कम होगा। हर व्यक्ति को जीवन जीने की सुविधा बढ़ेगी। जैविक खाद बनने से धरती मां को भी नया जीवन मिलेगा। धरती का कायाकल्प होगा।
इस प्लांट से इंदौर शहर में रोज 400 बसें चलाई जा सकेंगी। सैकड़ों युवाओं को किसी न किसी रूप में रोजगार मिलने वाला है। ग्रीन जॉब्स बढ़ाने में यह मददगार होगा। इतना ही नहीं आज देशभर के शहरों में लाखों टन कूड़ा दशकों से ऐसे ही हजारों एकड़ जमीन को घेरे हुए है। जो शहरों को वायु और जल प्रदूषण से होने वाली बीमारी की वजह भी है। इसके लिए स्वच्छ भारत के दूसरे मिशन में इस समस्याओं से निपटने के लिए काम किया जा रहा है। शहरों को ग्रीन जोन में बदला जा सके। इसके लिए राज्य सरकारों को हर संभव मदद दी जा रही है। साल 2014 की तुलना में शहरी कूड़े निस्तारण की क्षमता चार गुना तक बढ़ चुकी है।
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पीएम ने कहा कि ऐसे प्लांट से पर्यटन की संभावना भी बढ़ेगी। देश के करीब हर शहर में ऐतिहासिक और पवित्र स्थल हैं, जब शहर स्वच्छ होंगे तो दूसरी जगह के लोग उन शहरों में आएंगे तो पर्यटन बढ़ेगा। कई लोग तो यह देखने इंदौर आते हैं कि इंदौर कैसे स्वच्छ शहर बन गया। हाल ही में इंदौर ने वॉटर प्लस होने की उपलब्धि भी हासिल की है, जिससे दूसरे शहरों को दिशा मिल रही है।
मोदी बोले पराली से जुड़ा एक खास फैसला हमने लिया
पराली से हमारे किसान भी परेशान रहे हैं। और शहरों में रहने वाले लोग भी। पराली से जुड़ा हमने एक फैसला किया है। कोयले कारखानों में पराली का उपयोग किया जाएगा। खेती के कचरे से किसान को अतिरिक्त आय मिलेगी व प्रदूषण भी कम होगा। मोदी ने कहा कि सौर उर्जा से एनर्जी पाने में विश्व में टॉप पांच में हमने जगह बना ली है। किसानों को अन्नदाता के साथ उर्जा दाता भी बन रहे हैं।