आरयू वेब टीम।
लंबे समय से चल रहे चारा घोटाला मामले में अखिरकार आज सीबीआई की विशेष अदालत ने अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने चारा घोटाला मामले में राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को दोषी करार देते हुए जज शिवपाल सिंह ने लालू को तीन जनवरी 2018 को सजा सुनाने की घोषणा की है।
यह भी पढ़ें- CBI ने लालू के 12 ठिकानों पर की कार्रवाई, पत्नी बेटे भी आए जद में
इस मामले से जुड़े बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा सहित अन्य सात लोगों को बरी कर दिया गया। 950 करोड़ रुपये के एकीकृत बिहार के इस घोटाले में लालू प्रसाद यादव, जगन्नाथ मिश्र सहित कुल 17 लोग आरोपित थे। वहीं लालू प्रसाद यादव को दोषी करार दिए जाने के बाद हिरासत में ले लिया गया, जिसके बाद उन्हें रांची के होटवार स्थित सेंट्रल जेल में रखा जाएगा।
सुप्रीमो कोर्ट ने दिया लालू को झटका, चारा घोटाला मामले में चलेगा साजिश रचने का केस
झूठे जुमले बुनने वालों सच अपनी ज़िद पर खड़ा है।धर्मयुद्ध में लालू अकेला नहीं पूरा बिहार साथ खड़ा है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 23, 2017
वहीं फैसला आने के बाद लालू यादव ने विरोघ दर्ज करते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट किया। उन्होने अपने एक ट्वीट में लिखा कि ‘झूठे जुमले बुनने वालों सच अपनी जिद पर खड़ा है। धर्मयुद्ध में लालू अकेला नहीं पूरा बिहार साथ खड़ा है।अपने एक और ट्वीट में लालू ने लिखा कि मरते दम तक सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ता रहूँगा। जगदेव बाबू ने गोली खाई, हम जेल जाते रहते है, लेकिन मैं झुकूँगा नहीं। लड़ते-लड़ते मर जाऊँगा लेकिन मनुवादियों को हराऊँगा।
साथ हर बिहारी है
अकेला सब पर भारी है
सच की रक्षा करने को
लालू का संघर्ष जारी है।मरते दम तक सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ता रहूँगा। जगदेव बाबू ने गोली खाई, हम जेल जाते रहते है लेकिन मैं झुकूँगा नहीं। लड़ते-लड़ते मर जाऊँगा लेकिन मनुवादियों को हराऊँगा।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 23, 2017
लालू के अलावा अदालत के फैसले के बाद राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि एक ही मामले में लालू प्रसाद यादव को जेल और जगन्नाथ मिश्रा को बेल देने से लोगों के मन में सवाल उठ गया है। उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि एक ही मामले में लालू यादव को जेल और जगन्नाथ मिश्र को बेल यही है मोदी का खेल। हम इस मामले में आगे कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। हाइकोर्ट में जाकर अपील करेंगे।
यह भी पढ़ें- बेनामी संपत्ति: लालू के दिल्ली NCR के 22 ठिकानों पर आयकर का छापा
Had people like Nelson Mandela, Martin Luther King, Baba Saheb Ambedkar failed in their efforts, history would have treated them as villains. They still are villains for the biased, racist and caste-ist minds. No one should expect any different treatment.
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 23, 2017