आरयू वेब टीम। सुर साम्राज्ञी, स्वर कोकिला लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। वह आठ जनवरी से ब्रीच कैंडी अस्तपाल में थीं। उन्हें कोविड 19 संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लता मंगेशकर की याद में भारत सरकार ने दो दिवसीय राष्ट्रीय शोक मनाने का ऐलान किया है। सम्मान के रूप में दो दिनों तक राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।
वहीं भारत रत्न लता मंगेशकर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। स्वर कोकिला के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, “लता जी का निधन मेरे लिए हृदयविदारक है, जैसा कि दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए है। उनके गीतों की विशाल श्रृंखला में, भारत के सार और सुंदरता को प्रस्तुत करते हुए, पीढ़ियों ने अपनी आंतरिक भावनाओं की अभिव्यक्ति पाई। उनकी उपलब्धियां अतुलनीय रहेंगी।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैं शब्दों से परे पीड़ा में हूं। दयालु और देखभाल करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गई हैं। वे हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई है, जिसे भरा नहीं जा सकता। आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, “सुर व संगीत की पूरक लता दीदी ने अपने सुर से न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में हर पीढ़ी के जीवन को भारतीय संगीत की मिठास से सराबोर किया। संगीत जगत में उनके योगदान को शब्दों में पिरोना संभव नहीं है। उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।”
कांग्रेस नेता राहुल गांधीने भी ट्वीट कर कहा, “लता मंगेशकर जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। वे कई दशकों तक भारत की सबसे प्रिय आवाज बनी रहीं। उनकी सुरीली आवाज अमर है और उनके प्रशंसकों के दिलों में गूंजती रहेगी। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना है।”
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर जी के निधन से भारत की आवाज खो गई है। उनके गाये हुए गीतों को भारत की कई पीढ़ियों ने सुना और गुनगुनाया है। उनका निधन देश की कला और संस्कृति जगत की बहुत बड़ी क्षति है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि स्वर्गीय लता मंगेशकर ने अपने स्वरों से ना ही केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में भारत का नाम ऊंचा किया था। उनके जाने से देश और संगीत की हानि हुई है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति मिले।