आरयू ब्यूरो
लखनऊ। आज भोर में चौकसी के चलते हसनगंज पुलिस के हाथ एक यादगार कामयाबी लगी है। एसएसपी व एसपी टीजी के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान के दौरान डालीगंज क्रासिंग के समीप पुलिस को एक कार से साढ़े सात करोड़ रुपए बरामद करने में सफलता मिली। बरामद रुपए हजरतगंज के एक शराब करोबारी के बताए जा रहे है।
हालांकि बरामद भारी भरकम नकदी को पोंटी चड्ढा की कंपनी से भी जोंड़कर फिलहाल देखा जा रहा है। इनकम टैक्स व पुलिस की टीम शराब कारोबारी से पूछताछ कर रही थी।
पूछताछ और कारोबारी के सहारागंज के पास स्थित कार्यालय में छानबीन के बाद रात में आयकर विभाग की टीम ने बरामद रकम को काला धन घोषित कर दिया।
एसपी टीजी दुर्गेश कुमार ने बताया कि भोर में करीब साढ़े चार बजे हसनगंज पुलिस डालीगंज क्रासिंग के ऊपर ओवर ब्रिज पर संदिग्ध लोगों की जांच पड़ताल कर रही थी। इसी बीच इनोवा (यूपी 32 जीवी 4413) की जांच के दौरान चार कार्टून से साढ़े सात करोड़ रुपए पुलिस ने बरामद किए। सारी करेंसी दो हजार और पांच सौ रुपए के नोटों के रूप में थी।
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कार में मौजूद हजरतगंज निवासी शिवकुमार तिवारी ने पुलिस को बताया कि यह पैसे उसकी फर्म शिव शक्ति ट्रेडर्स के हैं। जिन्हें लेकर हल्द्वानी जिले में स्थित अपनी दूसरी शराब की फर्म में जा रहा था। नकदी के संबंध में सही जानकारी और कोई कागजात नहीं दिखा पाने के चलते पुलिस ने नकदी जब्त कर इसकी जानकारी इनकम टैक्स कमिशनर को दी।
शिवकुमार के साथ ही दूसरी स्कार्पियों में भी छह अन्य लोग थे। पुलिस नकदी समेत दोनों कारों शिवकुमार व उनके ड्राइवर अमर पाल समेत सकार्पियों सवार आधा दर्जन को लेकर थाने पहुंची। दूसरी ओर सूचना पाकर इनकम टैक्स के डिप्टी कमिश्नर, एसीएम पंचम व एसपीटीजी हसनगंज थाने पहुंचकर बरामद नकदी और पकड़े गए लोगों के बारे में विस्तृत जानकारी जुटा रहे थे।
पुलिस की पड़ताल में बरामद नकदी के तार पोंटी चड्ढा की शराब कंपनी से जुड़ रहे हैं। हालांकि इस बारे में पुलिस फिलहाल कुछ भी खुलकर नहीं बोल रही। बरामदगी को नोटबंदी के बाद यूपी की सबसे बड़ी बरामदगी माना जा रहा है।
नकदी बरामदी में इनकी रही अहम भूमिका
एसएसआई हसनगंज विधासागर पाल, हेड कांस्टेबल चंद्र प्रकाश यादव, नन्कू राम, अवधेश सिंह, अंबुज शर्मा, दक्ष कुमार, वैभव पुनिय व महेश आदि।