आरयू ब्यूरो, लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के विधायक नंद किशोर गुर्जर द्वारा खाद्य सुरक्षा अधिकारी से मारपीट के मामले में नामजद हैं, जिसके बाद पार्टी ने विधायक नंद किशोर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पार्टी ने नोटिस मिलने के सात दिन में ही विधायक से जवाब मांगा है।
भाजपा ने गाजियाबाद के लोनी से विधायक नंद किशोर के विरूद्ध प्राप्त शिकायतों एवं समाचार में प्रकाशित उनके वक्तव्यों को संज्ञान में लेते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर ने गुर्जर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही कारण बताओ नोटिस में गुर्जर से अपेक्षा की गई है कि वह एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जवाब दें।
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बता दें कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी आशुतोष सिंह ने विधायक के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि बुधवार को वह लोनी क्षेत्र में दौरे पर गए थे। उनके पास विधायक नंद किशोर गुर्जर के प्रतिनिधि ललित शर्मा ने फोन किया और विधायक से बात कराईं। विधायक ने क्षेत्र से एक होटल पर कार्रवाई करने के लिए कहा तो उन्होंने अपने अधिकार क्षेत्र में न होने का हवाला दे दिया।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी का कहना है कि उन्होंने विधायक को खूब समझाने की कोशिश की, लेकिन वह कार्रवाई पर आमादा रहे। उनके ऑफिस जाने पर विधायक ने थप्पड़ मारकर मारपीट की शुरूआत की और फिर अन्य लोगों से पिटवाया।
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वहीं पीड़ित अधिकारी की तहरीर पर लोनी बॉर्डर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे में विधायक के अलावा उनके प्रतिनिधि ललित शर्मा, गनर व दस अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है। अन्य धाराएं तो जमानती हैं, लेकिन जांच में आरोप सही मिलने पर पुलिस धारा 332 (लोक सेवक को अपने कर्तव्य से भयोपरांत चोट पहुंचाने) के आरोप में गिरफ्तारी कर सकती है।
विधायक नंद किशोर गुर्जर का कहना है कि उनके खिलाफ षड्यंत्र के तहत रिपोर्ट दर्ज हुई है। बिना एसएसपी की जानकारी के यह कार्रवाई हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि एसपी देहात खाद्य सुरक्षा अधिकारी के रिश्तेदार हैं। इसी कारण उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। वह इसकी शिकायत सीएम योगी आदित्यनाथ से करेंगे।