आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। रविवार को तहजीब के शहर लखनऊ को शर्मसार करने वाली घटना सामने आयी है। ठाकुरगंज इलाके में शनिवार की शाम घर से निकली एक आठ वर्षीय मासूम की हत्या के बाद घर से कुछ सौ मीटर की दूरी पर आज झाड़ियों में लाश मिलने से सनसनी फैल गयी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन व साक्ष्य जुटाने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। वहीं पुलिस के अलावा फॉरेंसिक की टीम ने भी घटनास्थल पर जांच की।
दूसरी ओर हत्या से पहले मासूम के साथ दरिंदो द्वारा रेप किए जाने की प्रबल संभावना जतायी जा रही है। लोगों का मानना था कि अन्यत्र रेप के बाद हत्या कर शव को देर रात झाड़ियों में लाकर फेंका गया होगा, हालांकि पुलिस रेप की बात से इंकार कर रही है।
बताया जा रहा है कि मूल रूप से सीतापुर जिले के निवासी आलम (काल्पनिक नाम) ठाकुरगंज इलाके में किराए का कमरा लेकर परिवार के साथ रहता है। फेरी करने वाले आलम के पांच बेटे व बेटियों में चौथे नंबर की आठ वर्षीय पुत्र कल शाम करीब आठ बजे परिवार के अन्य बच्चों के साथ मोहल्ले के घरों में हो रही मजलिस में हिस्सा लेने निकली थी।
नहीं लौटी तो परिजनों ने शुरू किया ढूंढना
रात नौ बजे तक वापस नहीं लौटने पर परिजनों ने बच्ची को ढूंढना शुरू किया, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। आज सुबह बंधें वाली रोड के पास बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे, तभी झाड़ियों में गेंद जाने के चलते एक बच्चा वहां पहुंचा तो उसकी चीख निकल गयी। झाड़ियों में मासूम की लाश पड़ी थी, उसके दोनों कान पर चोट के निशान थे, जबकि मुंह से झाग निकल रहा था, इसके अलावा उसके कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे।
बच्चे की सूचना पर देखते ही देखते मौके पर भीड़ जमा हो गयी। इस बीच ठाकुरगंज पुलिस और मासूम के परिजन भी वहां पहुंच गए। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए रोते-कलपते परिजनों के साथ ही इलाकाई लोगों ने घटनास्थल पर हंगामा शुरू कर दिया, हालांकि पुलिस ने लोगों को समझाने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
शर्मनाक, गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचे तो ठाकुरगंज पुलिस ने की वसूली
घटनास्थल पर पहुंचे परिजनों का कहना था कि रात भर ढूंढने के बाद भी मासूम का कोई पता नहीं लगा तो आज सुबह ही बच्ची का मामा व एक अन्य रिश्तेदार इसकी शिकायत करने क्षेत्रिय पुलिस चौकी पर पहुंचे। जहां से उन लोगों को ठाकुरगंज कोतवाली भेज दिया गया।
कोतवाली के बाहर बाइक खड़ी करने पर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी ने धौंस देते हुए बाइक पहले तो कोतवाली के अंदर खड़ी करवा ली और उसके बाद वसूली करने के बाद उन्हें जाने दिया। इस दौरान वो लोग मासूम को ढ़ूढने में पुलिस से मद्द की गुहार लगाते रहें, लेकिन उसने एक नहीं सुनी।
इंस्पेक्टर का दावा, आरोप बेबुनियाद
इस बारे में इंस्पेक्टर ठाकुरगंज का दावा था कि आरोप बेबुनियाद है, किसी से कोई वसूली नहीं की गयी है। पुलिस ने सूचना मिलने के साथ ही गुमशुदगी दर्ज कर ली थी, जिसके करीब एक घंटे बाद बच्ची का शव मिला।
रेप नहीं तो फिर वजहें क्या
इस बेहद सनसनीखेज मामले में भले ही पुलिस रेप की बात से इंकार कर रही है, लेकिन बच्ची के हत्या की दूसरी वजह फिलहाल किसी के समझ नहीं आ रही। मासूम के चाचा का कहना था कि उन लोगों की किसी से कोई दुश्मनी नहीं है और न ही इतनी जमीन-जायदाद है कि कोई मासूम की हत्या करे। घरवाले के अलावा मोहल्ले के लोग भी रेप की आशंक जता रहें थे।
शक के घेरे में करीबी
घटना के बाद आशंका जतायी जा रही है कि घटना के पीछे किसी ऐसे व्यक्ति का हाथ है जिसे मासूम अच्छे से जानती थी। उसने ही बच्ची के साथ पहले हैवानित की और फिर पकड़ें जाने के डर से उसका मुंह और नाक दबाकर हत्या कर दी होगी। पुलिस भी घटना के पीछे किसी करीबी के ही होने की आशंका जता रही है। हालांकि रेप की बात मानने को पुलिस तैयार नहीं है।
एसपी वेस्ट विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि बच्ची की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण मुंह और नाक दबने की वजह से दम घुंटना बताया गया है। पीएम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हो सकी है। संदेह के आधार पर स्लॉइड बनवाई गयी है। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद रेप की बात स्पष्ट हो पाएगी। फिलहाल पुलिस हत्यारों का पता लगा रही है, आशंका है कि हत्यारा परिवारवालों का परिचित हो सकता है।
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