आरयू वेब टीम। भाजपा-शिवसेना के बीच सत्ता साझेदारी को लेकर लगातार खिचातानी के दौरान शुक्रवार को शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत का बड़ा बयान आया है। संजय राउत ने दावा किया है कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री उनकी पार्टी से ही होगा। साथ ही यह भी कहा कि भाजपा और शिवसेना के बीच सरकार गठन को लेकर अब तक कोई बातचीत नहीं हुई है।
मीडिया से बात करते हुए राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा, “भाजपा को कोई अल्टीमेटम (सरकार गठन पर) नहीं दिया गया है। वे बड़े लोग हैं।” उन्होंने कहा कि अगर शिवसेना फैसला लेती है तो उसे महाराष्ट्र में स्थिर सरकार के गठन के लिये जरूरी संख्या मिल सकती है। लोगों ने 50-50 फॉर्मूले” के आधार पर सरकार बनाने के लिये जनादेश दिया था। इस फॉर्मूले पर महाराष्ट्र के लोगों के समक्ष सहमति बनी थी।
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दूसरी ओर दोनों पार्टियों की ही नजर एनसीपी पर है और सरकार बनाने के लिए किसी भी तरह एनसीपी को अपने पाले में करना चाहती है, लेकिन हाल ही में एनसीपी ने भी कह दिया था कि वो विपक्ष में ही बैठना चाहती है। ऐसे में बीजेपी-शिवसेना दोनों के लिए परेशानी बढ़ती जा रही है। हालांकि गुरुवार को खबर ये आई थी कि संजय राउत ने एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात की है लेकिन क्या एनसीपी शिवसेना के साथ आने के लिए राजी हो जाएगी या नहीं इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता।
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मालूम हो कि हाल में हुए विधानसभा चुनावों 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 105 सीटें मिलीं जबकि शिवसेना के खाते में 56 सीटें आई हैं। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी राज्य में ढाई साल के लिये मुख्यमंत्री पद और 50-50 के अनुपात में मंत्रालयों का बंटवारा चाहती है। भाजपा ने ये दोनों ही मांगे खारिज कर दी हैं और उसका कहना है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस अगले पांच सालों तक मुख्यमंत्री के पद पर बने रहेंगे।