आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। योगी सरकार में मनबढ़ों की दबंगई और उसके आगे पुलिस व प्रशासन की नतमस्तकता के मामले लगातार सामने आ रहें हैं। बुधवार को ऐसा ही एक मामला एक बार फिर सामने आया। हाथरस जिले से आई दो महिलाओं ने पांच कालिदास स्थित सीएम आवास के बाहर जान देने की कोशिश की तो हड़कंप मच गया।
महिलाओं का आरोप था कि पूर्व प्रधान लगातार उन लोगों के साथ ज्यादती कर रहा है, लेकिन शिकायत के बाद भी हाथरस जिले का पुलिस-प्रशासन उन लोगों की सहायता नहीं कर रहा। जिसके चलते उनके सामने जान देने के अलावा और कोई चारा नहीं है।
बताया जा रहा है कि हाथरस जनपद के नगलापीपली गांव निवासी किसान ओमवीर सिंह की पत्नी मंजू देवी व राजाराम की पत्नी कमला देवी आज सीएम आवास के बाहर माचिस लेकर पहुंची थी।
महिलाओं ने पहले आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि सुरक्षकर्मियों ने समय रहते उनको रोक दिया। हालांकि इससे पहले कोई कुछ समझ पाता महिलाएं पांच कालिदास से निकल रहे वाहनों के आगे लेट गयी।
महिलाओं की इस हरकते से वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों और पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। हालांकि एक बार फिर सुरक्षाकर्मियों ने तेजी दिखाते हुए महिलाओं को वाहनों से बचाया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस दोनों महिलाओं समेत उनके घरों के मर्दों को लेकर कोतवाली पहुंची।
महिलाओं का आरोप था कि नगलापीपली गांव के पूर्व प्रधान खखेर सिंह ने उनकी जमीन कब्जा कर ली है। पुलिस से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार खखेर सिंह के खिलाफ शिकायत करने के बावजूद उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी। इसी वजह से अब वह लोग जान देना चाहती हैं।
सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र ने बताया कि ग्राम समाज की जमीन को लेकर महिलाओं ने पूर्व प्रधान के खिलाफ शिकायत की थी। जिसके बाद स्थानीय पुलिस से बात करने के अलावा उच्चाधिकारियों के संज्ञान में मामला लाने के साथ ही महिलाओं व उनके परिवार के अन्य सदस्यों को हाथरस भिजवा दिया गया है।
यह भी पढ़ें- पुलिस में सुनवाई न होने से परेशान युवक ने विधानसभा पर किया आत्मदाह का प्रयास