आरयू वेब टीम। अगामी लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी एकजुटता की कवायद को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तगड़ा झटका दिया है। ममता ने गुरुवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस 2024 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। टीएमसी का गठबंधन जनता के साथ होगा, जिससे 2024 का लोकसभा चुनाव लोगों के समर्थन से लड़ेगी।
ममता बनर्जी ने कहा कि ऐसे में मुझे विश्वास है कि जो भी भाजपा को हराना चाहते हैं वो टीएमसी को वोट करेंगे। उन्होंने आगे दावा करते हुए कहा कि लोग उनके साथ हैं। उम्मीद जताई कि 2024 में भी ऐसा ही होगा।
वहीं आए दिन कई विपक्षी नेता भाजपा के खिलाफ एक साथ होने के लिए रैली कर रहे हैं, लेकिन टीएमसी का अकेले इलेक्शन लड़ने के ऐलान से चिंता बढ़ा सकती है और भाजपा को भी फायदा मिलना तय हैै।
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने अपने जन्मदिन पर बुधवार को चेन्नई में रैली की थी। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अखिलेश यादव सहित विपक्ष के कई बड़े नेता एक मंच पर पहुंचे थे। इस दौरान भी भाजपा के खिलाफ सभी नेताओं ने एकजुट होने की बात दोहराई थी।
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दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की सागरदिघी विधानसभा उपचुनाव में टीएमसी को झटका लगा है। इस सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। यहां से बायरन बिस्वास जीते हैं। दूसरे नंबर पर टीएमसी के देवाशीष बनर्जी रहे। इस चुनाव रिजल्ट पर ममता बनर्जी ने कहा कि कांग्रेस-माकपा और भाजपा के बीच अनैतिक गठबंधन था। इसके कारण उसे जीत मिली है। उन्होंने यहां दावा किया कि बीजेपी ने सागरदिघी विधानसभा उपचुनाव में अपने वोट कांग्रेस को स्थानांतरित किए।
मालूम हो कि बायरन बिस्वास को 97 हजार 667 तो टीएमसी के देवाशीष बनर्जी को 64 हजार 681 वोट मिले। तीसरे नंबर पर रहे बीजेपी के कैंडिडेट दिलीप शाह को 25 हजार 815 वोट मिले हैं।