आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के परिसर में आयोजित माटीकला मेला में दिवाली से पहले ग्राहकों की भीड़ होने लगी है। अगामी 23 अक्टूबर तक चलने वाले इस मेला मिट्टी से बनें उत्पादों की लंबी श्रृंखला हैं।
दिवाली पर अपने घरों को सजाने के लिए लखनऊ वासी अपनी पसंद के गणेश-लक्ष्मी, मिट्टी से निर्मित डिजाइनर दिये, विभिन्न प्रकार की मूर्तियों व बर्तन आदि की जमकर खरीदारी कर रहे हैं। मेले में अब तक लगभग 9.24 लाख रुपये के उत्पाद की बिक्री की जा चुकी है।
प्रदर्शनी में अनाहत फाउंडेशन, लखनऊ, हसनपुर, बाराबंकी से आये प्रेमचंद्र तथा निजामाबाद, आजमगढ़ के सोहित प्रजापति के स्टालों पर उपलब्ध उत्कृष्ट उत्पादों को लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा और उनकी बिक्री हो रही। विभिन्न शहरों से आये अन्य शिल्पकारों के स्टालों पर भी लोग सामान पसंद कर रहें।
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मेले में आज धर्मवीर प्रजापति, राज्य मंत्री कारागार व पूर्व माटीकला बोर्ड अध्यक्ष द्वारा प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। इस दौरान उन्होंने बताया कि पारंपरिक कला से जुड़े कुशल कारीगरों व शिल्पकारों को इस तरह के मंच प्रदान करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इससे न सिर्फ उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है, बल्कि उनकी आमदनी के साथ ही उन्हें स्वरोजगार भी प्राप्त हो रहा है। लोगों में आज पारंपारिक कला के प्रति जागरूकता देखने को मिल रही, जो आगे चलकर माटीकला से जुड़े लोगों को प्रोत्साहित करेगी।
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साथ ही धर्मवीर प्रजापति ने भी लखनऊ वासियों से अपील की है कि दिवाली के शुभ अवसर पर लोग मेले में आये और अपनी पसंद के उत्पादों की खरीदारी कर दूर-दराज से आये शिल्पकारों का उत्साहवर्धन करें।