आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को बड़ा फैसला लिया है। मायावती ने आगरा के सात बड़े नेताओं पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इनमें पूर्व मंत्री-विधायक भी शामिल हैं।
इस संबंध में बसपा जिलाध्यक्ष संतोष कुमार आनंद की ओर से जारी पत्र के अनुसार ये सभी नेता पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे। कई बार चेतावनी दी जा चुकी थी, लेकिन इन नेताओं की कार्यशैली में कोई सुधार नहीं आया। पार्टी हित को देखते हुए हाईकमान ने इन नेताओं पर कार्रवाई की है।
यह भी पढ़ें- सपा से गठबंधन पर मायावती ने दिया बड़ा बयान, बताई शर्तें, अखिलेश को झटका
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती द्वारा की गई कार्रवाई में पूर्व विधान परिषद सदस्य सुनील कुमार चित्तौड़, पूर्व मंत्री नारायण सिंह सुमन, उनके पुत्र पूर्व एमएलसी स्वदेश कुमार ऊर्फ वीरू सुमन, पूर्व विधायक कालीचरण सुमन, पूर्व जिलाध्यक्ष भारतेंदु अरुण, मलखान सिंह व्यास, विक्रम सिंह शामिल हैं, जिन्हें पार्टी से निष्कासित किया है।
यह भी पढ़ें- बोलीं मायावती, कांग्रेस को आना चाहिए घिनौनी हरकतों से बाज
यहां बताते चलें कि आगरा के विधायक रह चुके और बसपा सरकार में उद्यान मंत्री का पद संभाल चुके नारायण सिंह सुमन और उनके पुत्र पूर्व एमएलसी वीरू सुमन को वर्ष 2016 में भी बसपा से निष्कासित किया गया था। लोकसभा चुनाव 2019 के बाद जून माह में पिता-पुत्र की बसपा में घर वापसी हुई थी, लेकिन ज्यादा दिन बसपा में टिक नहीं पाए।