आरयू ब्यूरो, लखनऊ। तीन कृषि कानून पास होने के बाद से लगातार इस कानून के विरोध में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों का रविवार को समर्थन किया है। साथ ही मायावती ने मोदी सरकार को इन कानूनों पर पुनर्विचार करने की सलाह दी।
मायावती ने आज अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कृषि से संबंधित हाल में लागू किए गए तीन कानूनों को लेकर अपनी असहमति जताते हुए पूरे देश में किसान काफी आक्रोशित व आंदोलित भी हैं। इसके मद्देनजर, किसानों की आम सहमति के बिना बनाए गए, इन कानूनों पर केंद्र सरकार अगर पुनर्विचार कर ले तो बेहतर।
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बता दें कि किसान पिछले चार दिनों से दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान हाल ही में पास तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, किसानों ने कहा है कि इन कानूनों के बनने से केंद्र द्वारा चली आ रही न्यूनतम समर्थन मूल्य की प्रणाली खत्म हो जाएगी और किसान बड़े कॉरपोरेट की शर्तों पर उन्हें अपना उपज बेचने को मजबूर होंगे।
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हालांकि किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए उत्तर दिल्ली में एक स्थान की पेशकश की गई थी। जिसके बाद किसानों के नेता दिल्ली द्वारा निर्धारित स्थान में विरोध प्रदर्शन करने की बात का फैसला आज बैठक में लेंगे। किसानों का कहना है कि जब तक क्रेंद सरकार उनकी बात नहीं सुनेगी वो विरोध करते ही रहेंगे। किसान नेताओं ने अभी तक आंदोलन के लिए पुलिस द्वारा निर्धारित स्थान बुराड़ी मैदान पर जाने का फैसला नहीं किया गया है।
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वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों से अपील की है कि अगर वो बुरारी के निरंकारी मैदान में विरोध प्रदर्शन करने के लिए जाते हैं तो उसके अगले ही दिन किसानों की बात केंद्र सरकार सुनेगी। किसानों से कहा गया है कि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ संबंधित मैदान में प्रदर्शन जारी रख सकते हैं।