कांग्रेस व लोकदल के मुस्लिम नेताओं को बसपा में शामिल कर मायावती ने इन विधानसभा सीटों से दिया टिकट

सलमान सईद नोमान मसूद
मायावती। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। अगामी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर एक बार फिर यूपी की सत्‍ता पर काबिज होने की कोशिश में लगी बसपा ने भी दूसरी पार्टियों के नेताओं को अपने साथ मिलाना शुरू कर दिया। भाजपा, सपा व कांग्रेस में बसपा के कई नेताओं के जाने के बाद अब मायावती खुद भी इस काम में जुट गयीं।

इस बार सोशल इंजीनियरिंग के जरिए चुनाव जीतने का मन बना चुकी मायावती ने बीती रात कांग्रेस व लोकदल के पश्चिम यूपी के दो वरिष्‍ठ मुस्लिम नेताओं को न सिर्फ बसपा में शामिल किया है, बल्कि पार्टी की सदस्‍यता के साथ ही विधानसभा का टिकट भी उन्‍हें दिया है।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने यूपी के पूर्व गृहमंत्री सईदुज़्ज़मां के बेटे कांग्रेस नेता सलमान सईद को बीएसपी में शामिल करते हुए जहां चरथावल विधानसभा से टिकट दिया है। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री रशीद मसूद के भतीजे व लोकदल के नेता नोमान मसूद को पार्टी में शामिल कर गंगोह विधानसभा से बसपा का उम्‍मीदवार घोषित किया है। गुरुवार को इस बात की खुद यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने सार्वजनिक की है।

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मायावती ने आज ट्विट करते हुए कहा है कि मुजफ्फरनगर जिले के यूपी के पूर्व गृहमंत्री रहे सईदुज़्ज़मां के बेटे सलमान सईद ने कल देर रात बीएसपी प्रमुख से मुलाकात की व कांग्रेस छोड़कर बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए। सईद को बीएसपी ने चरथावल विधानसभा की सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।

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वहीं अपने दूसरे ट्विट में मायावती ने घो‍षणा करते हुए लिखा कि इसके साथ ही, सहारनपुर जिले के पूर्व केंद्रीय मंत्री रशीद मसूद के भतीजे व इमरान मसूद के सगे भाई नोमान मसूद भी कल लोकदल छोडकर बसपा में शामिल हो गए।

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बीएसपी प्रमुख ने इनको गंगोह विधानसभा सीट से अपनी पार्टी का उम्मीदवार भी बनाया है। पश्चिम यूपी के दो वरिष्‍ठ मुस्लिम नेताओं के बीएसपी में आने से समझा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में मायावती को  मतों के प्रतिशत में बढ़त मिलेगी, हालांकि वास्‍तविकता मतगणना के बाद ही साफ हो पाएगी।