मायावती ने बाबरी विध्वंस से की हरियाणा के बवाल की तुलना, उठाएं सवाल

बसपा सुप्रीमा मायावती

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। राम रहीम को दो साध्वियों के साथ यौन शोषण व बलात्कार के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद उनके समर्थकों द्वारा किए तांडव व बवाल के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती ने सीधे तौर पर हरियाणा की भाजपा सरकार को दोषी मानने के साथ ही इसकी तुलना छह दिसंबर 1992 में आयोध्‍या में हुए कांड से करते हुए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला है। मायावती ने कहा कि वोट की राजनीति करने के लिये हरियाणा बीजेपी सरकार के इस प्रकार के शर्मनाक समर्पण की जितनी भी निन्दा की जाए वह कम है।

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उत्‍तर प्रदेश की पूर्व मुख्‍यमंत्री ने कल हुए बवाल और हत्‍याओं की तुलना अयोध्‍या में बाबरी मस्जिद ढहाए जाने की छह दिसंबर वाली घटना से करते हुए कहा कि बीजेपी व हरियाणा में उसकी पार्टी की सरकार ने अराजकता को आमंत्रित करके उसको हर प्रकार का संरक्षण प्रदान किया और फिर उसके आगे उसी प्रकार सिर झुकाकर खड़ी रही जैसा कि छह दिसम्बर 1992 को अयोध्या में बीजेपी एण्ड कम्पनी द्वारा किया गया था व कानून एवं संविधान की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई थी।

बर्खास्‍त किया जाए हरियाणा सरकार

मायावती ने हिंसा में करीब 30 लोगों के मारे जाने पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि पूरे हरियाणा में कल जो हिंसा का ताण्डव हुआ उसके लिए भाजपा की वोट बैंक की राजनीति व हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर सरकार की आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है।

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बसपा अध्‍यक्ष ने कहा कि हाईकोर्ट के सख्त व स्पष्ट निर्देश के बावजूद कानून व संविधान की जिम्मेंदारी निभाने में जबर्दस्त तौर पर विफल रहने वाली ऐसी सरकार को फौरन बर्खास्त कर देना चाहिए, लेकिन बड़े दुर्भाग्य की बात है कि मोदी सरकार के साथ-साथ बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व भी इस प्रकार के गंभीर मामले में पूरी तरह से लापरवाह बना हुआ है। जबकि हरियाणा की भाजपा सरकार के कार्यकाल में पहले भी इस तरह के मामले हो चुकें है।

घृणित है साक्षी महाराज का बयान

राम रहीम का पक्ष लेने पर मायावती ने भाजपा सांसद साक्षी महाराज पर तगड़ा हमला बोलते हुए कहा कि साक्षी महाराज के राम रहीम के समर्थन व न्यायालय की अवमानना जैसे बयान की जितनी भी भर्त्सना की जाए कम है। इस प्रकार के महिला अपमान सम्बंधी घृणित बयान से यह समझा जा सकता है कि बीजेपी नेताओं की महिलाओं के प्रति असली सोच व मानसिकता कितनी ज्यादा संकीर्ण व विषैली है। मयावती ने सवाल उठाते हुए कहा कि स्वामी साक्षी महाराज के इस प्रकार के घोर महिला विरोधी बयानों पर बीजेपी शीर्ष नताओं की रहस्मय मुस्कान व खामोशी क्या इस पार्टी के महिला सम्मान व उत्थान एवं महिला सशक्तिकरण के नारे एवं दावों को खोखला व आँखों में धूल झोंकने वाला साबित करते हैं।

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हाईकोर्ट की भी आवमानना कर रही हरियाणा सरकार

मायावती ने कहा कि हरियाणा में कल की व्यापक हिंसा का एक और अत्यन्त दुःखद पहलू यह भी है कि बीजेपी सरकार हाईकोर्ट की भी अवमानना करने पर अमादा है और डेरा सच्चा सौदा की सम्पत्ति की नीलामी करके क्षतिपूर्ति करने को तैयार नहीं है। इसे बीजेपी सरकार की हठधर्मी कहा जाएगा।

सेना को बना दिया उपद्रवियों के उपहास का पात्र

सेना की मौजूदगी के बाद भीड़ के तांडव करने पर बसपा सुप्रीमो ने कहा कि हरियाणा की बीजेपी सरकार ने जिस प्रकार से सेना को कार्रवाई करने व भीड़ को नियंत्रित करने का अधिकार नहीं देकर उन्हें केवल फ्लैग मार्च ही करते रहने के लिए मजबूर किया यह बेहद गलत है। इस तरह की शर्मनाक हरकत से सेना उपद्रवियों के उपहास का पात्र बन गई। इस बात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी सावधान हो जाना चाहिए क्‍योंकि इस तरह की हरकतों से सेना का मनोबल भी गिरता है, जो देशहित के लेहाज से चिंता की बात है।

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राम रहीम को VVIP सुविधा देना शर्मनाक

मायावती ने आगे कहा कि बलात्कार के दोषी गुरमीत राम रहीम के सजायाफ्ता होने के बावजूद बीजेपी सरकार उसे वही वीवीआईपी सुविधा प्रदान कर रही है जो पहले भी देती रही है। यह बात न सिर्फ शर्मनाक है बल्कि सरकार का दुरूपयोग है। इस बात पर तो हाईकोर्ट को भी समुचित संज्ञान लेना चाहिए।

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