आरयू ब्यूरो, लखनऊ। भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। भारत ने ब्रिटेन को पछाड़कर ये मुकाम हासिल किया है। अब इसे राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। इस बीच सोमवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत विश्व में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है, लेकिन ये संतोष की बात तब होती जब यहां के लगभग 140 करोड़ लोगों के गरीब जीवन में आवश्यक सुधार को प्रदर्शित करने वाले आंकड़े जैसे प्रति व्यक्ति आय में भी तुलनीय वृद्धि हुई होती।
मायावती ने आज अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से ट्वीट कर कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था, ब्रिटेन को पीछे छोडकर, विश्व में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है, किन्तु यह संतोष की बात तब होती जब यहां के लगभग 140 करोड़़ लोगों के गरीब जीवन में आवश्यक सुधार को प्रदर्शित करने वाले आंकड़े जैसे प्रति व्यक्ति आय में भी तुलनीय वृद्धि हुई होती।
वहीं अपने दूसरे ट्वीट में बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि ब्रिटेन के लोगों की प्रति व्यक्ति आय भारत के लोगों से करीब 20 गुणा ज्यादा है, जिसकी बराबरी पाने पर ही देश की गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा जैसी दुखद समस्याओं को दूर करने में मदद मिलेगी। देश की अधिकतर आबादी गरीबी व निम्न आय वर्ग में पिछड़ गई है जिसकी सही चिन्ता बहुत ही जरूरी।
बता दें कि आईएमएफ के द्वारा जारी आंकड़ों और मार्च तिमाही के अंत में डॉलर के एक्सचेंज रेट के आधार पर ब्लूमबर्ग ने जानकारी दी है कि नॉमिनल कैश में भारतीय अर्थव्यवस्था का साइज 854.7 अरब डॉलर था। इसी अवधि में इसी आधार पर यूके की अर्थव्यवस्था का आकार 816 अरब डॉलर था। अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में भारत ब्रिटिश इकोनॉमी के मुकाबले अपनी बढ़त और मजबूत करेगा।
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दरअसल भारत के लिए ग्रोथ अनुमान सात प्रतिशत रखा गया है, जो कि दुनिया में प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में तेज है। वहीं दूसरी तरफ यूके की अर्थव्यवस्था में सुस्ती की संभावना जताई जा रही है। इसे देखते हुए आईएमएफ ने अनुमान दिया है कि सालाना आधार पर डॉलर मूल्य में भारत यूके को पीछे छोड़कर पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
सालाना आधार पर भारत की अर्थव्यवस्था 3.17 लाख करोड़ डॉलर की है और यूके से कुछ पीछे ही छठे स्थान पर है। यूके की जीडीपी फिलहाल 3.19 लाख करोड़ डॉलर की है। सात प्रतिशत की अनुमानित ग्रोथ के साथ भारत के इसी साल यूके को सालाना आधार पर भी पीछे छोड़ने की संभावना है। फिलहाल दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका है जिसके बाद चीन, जापान और जर्मनी की स्थान आता है। भारत की जीडीपी ने बीते 20 साल में दस गुना बढ़त दर्ज की है।