आरयू ब्यूरो, लखनऊ। प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने व उनपर दर्ज किए गए मुकदमों को वापस लेने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का बुधवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने स्वागत किया है। साथ ही मायावती ने मांग उठाई है कि सरकारें मजूदरों के लिए बिना देर किए कदम उठाएं।
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ट्विटर पर काफी सक्रिय रहने वाली मायावती ने आज एक बार फिर ट्विट करते हुए अपनी व बसपा की ओर से बात सार्वजनिक की है। मायावती ने आज ट्विट करते हुए अपने अंदाज में कहा कि, कोरोना महामारी व लॉकडाउन के कारण बेरोजगार व बेसहारा होकर जैसे-तैसे हजारों किलोमीटर दूर घर वापसी करते समय नियमों का अक्षरशः पालन नहीं कर पाने वाले मजलूम प्रवासी श्रमिकों के विरूद्ध जो मुकदमे दर्ज किए गए हैं उन्हें वापस लेने का सुप्रीम कोर्ट का आदेश सही, सामयिक व सराहनीय।
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वहीं अपने दूसरे ट्विट में भी मायावती ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले स्वागत कर हुए कहा कि घर वापस लौटे प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य में उनकी योग्यता का आकलन करके रोजगार की व्यवस्था करने संबंधी कोर्ट के निर्देश का भी भरपूर स्वागत। मायावती ने आगे लिखा कि इस संबंध में अब सरकारों को गंभीर व संवेदनशील होकर ठोस कार्रवाई अविलंब शुरू कर देनी चाहिए, यह बीएसपी की मांग है।
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संक्षेप में बताते चलें कि प्रवासी मजदूरों के बारे में सुनवाई कर रही सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को एक बड़ा फैसला सुनाया था। उच्चतम न्यायालय ने प्रवासी मजदूरों न सिर्फ 15 दिनों के अंदर उनके घर पहुंचाने को कहा है, बल्कि मजबूरी के दौरान लॉकडाउन तोड़ने के चलते प्रवासी मजदूरों पर दर्ज किए गए मुकदमों को भी वापस लेने का आदेश दिया है। इतना ही देश की सबसे बड़ी अदालत ने केंद्र व राज्य सरकारों को स्कीम बनाकर मजदूरों को रोजगार देने का भी आदेश दिया है।