आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव के मतगणना से पहले हुए एग्जिट पोल के नतीजों के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सोमवार को लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात करने उनके आवास, माल एवेन्यू पहुंचे। इन दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे चर्चा हुई।
मायावती से अखिलेश यादव कि मुलाकात को लेकर माना जा रहा है कि आज बैठक में दोनों नेताओं ने सीटों की संख्या का आंकलन किया। दोनों के बीच करीब एक घंटे तक नई सरकार को लेकर बातचीत हुई। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि कल आए एग्जिट पोल्स के बाद दोनों नेताओं ने मुलाकात का फैसला लिया है। बैठक में दोनों नेताओं ने सीटों की संख्या का आंकलन किया। गठबंधन के नेताओं को उम्मीद है कि यूपी की 80 सीटों में से महागठबंधन को 56 सीटों पर जीत मिलेगी। साथ ही दोनों नेताओं ने सरकार बनाने के लिए विपक्षी दलों के साथ जानें पर भी चर्चा की।
यह भी पढ़ें- राहुल से मिल लखनऊ पहुंचें चंद्रबाबू नायडू ने मायावती-अखिलेश से की मुलाकात, तेज हुई तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती का अनुमान है कि 23 मई को देश का नया पीएम मिलेगा। दोनों नेता 23 मई को ममता बनर्जी और शरद पवार से बातचीत करेंगे। कांग्रेस से मुलाकात 23 मई को नतीजे आने के बाद करेंगे। एग्जिट पोल के आंकड़ों के बाद तीसरे मोर्चे के लिए कवायद शुरू हो गई है। बसपा का साथ पाने को सभी आतुर होते दिख रहे हैं। माना जा रहा है कि आज भी मायावती के साथ अखिलेश की मुलाकात में बेहद गंभीर चर्चा हुई।
मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर मायावती के साथ एक फोटो ट्वीट कर लिखा अब अगले कदम की तैयारी। वहीं फोटो अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव 2019 के आने वाले परिणाम को लेकर काफी आश्वस्त नजर आ रहे हैं।
वहीं अखिलेश ने पहले ही प्रधानमंत्री पद के लिए मायावती का नाम लिया है। वहीं, इस मुलाकात से यह भी संकेत देने का प्रयास किया गया है कि जो भी परिणाम आएगा। सपा-बसपा मिलकर ही निर्णय लेंगे।
यह भी पढ़ें- मतगणना से पहले विपक्षी दलों ने EVM और एग्जिट पोल पर उठाएं ये सवाल, मंगलवार को एकजुट होकर चुनाव आयोग से मिलेंगे दल
अब अगले क़दम की तैयारी… pic.twitter.com/jrnI4TNoNK
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 20, 2019
यह भी पढ़ें- समर्थन के लिए ममता बनर्जी ने जताया मायावती-अखिलेश, कांग्रेस समेत विपक्षी दलों का आभार, बोलीं जनता देगी मुंहतोड़ जवाब
गौरतलब है कि अंतिम चरण के बाद आए एग्जिट पोल में यूपी में महागठबंधन को ज्यादा प्रभावी दिखाया गया है। हालांकि, केंद्र में फिर से पूर्ण बहुमत की मोदी सरकार बनने की संभावनाएं व्यक्त की गई हैं। हालांकि, भाजपा विरोधी दलों ने एग्जिट पोल को नकार दिया है। उनका कहना है कि एग्जिट पोल पहले भी गलत साबित होते रहे हैं इसलिए इन पर भरोसा नहीं किया जा सकता।