आरयू वेब टीम। राफेल डील मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने दायर पुनर्विचार याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है। कोर्ट के इस फैसले के बाद विपक्षी दलों के हमले मोदी सरकार पर तेज हो गए हैं। वहीं याचिकाकर्ताओं की ओर प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने कोर्ट के इस फैसले को देश की जीत बताया है, तो दूसरी ओर बसपा प्रमुख मायावती ने रक्षा मंत्री का इस्तीफा मांगा है।
अदालत के इस फैसले पर कांग्रेस की तरफ से ट्वीट किया गया है कि वह सुप्रीम कोर्ट के आज के निर्णय का स्वागत करती है और यह फैसला देश व सच्चाई की जीत है। वहीं कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि नरेंद्र मोदी, आप जितना मर्जी भाग सकते हैं, झूठ बोल सकते हैं, लेकिन आज नहीं तो कल सच्चाई सामने आएगी।
मोदी मांगे माफी, रक्षा मंत्री दें इस्तीफा: मायावती
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा की आड़ में राफेल रक्षा सौदे में भारी गड़बड़ी व भ्रष्टाचार को छिपाने वाली मोदी सरकार की कोशिश विफल हो गई है। संसद के भीतर व बाहर बार-बार झूठ बोलकर देश को गुमराह करने के लिए मोदी माफी मांगे व रक्षा मंत्री इस्तीफा दें।
राष्ट्रीय सुरक्षा की आड़ में राफेल रक्षा सौदे में भारी गड़बड़ी/भ्रष्टाचार को छिपाने की पीएम श्री मोदी सरकार की कोशिश विफल। सुप्रीम कोर्ट में बीजेपी सरकार पूरी तरह घिरी। संसद के भीतर व बाहर बार-बार झूठ बोलकर देश को गुमराह करने के लिए श्री मोदी माफी मांगे व रक्षा मंत्री इस्तीफा दें
— Mayawati (@Mayawati) April 10, 2019
मोदी ने किया है देश की सेना से धोखा: केजरीवाल
आम आदमी पार्टी ने भी सुप्रीम कोर्ट के रुख पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि मोदी जी हर जगह कह रहे थे कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट से राफेल में क्लीन चिट मिली है। आज के सुप्रीम कोर्ट के फैसले से साबित हो गया कि मोदी जी ने राफेल में चोरी की है। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी ने देश की सेना से धोखा किया है और अपना जुर्म छिपाने के लिए सुप्रीम कोर्ट को गुमराह किया है।
यह भी पढ़ें- राफेल डील के कागजात चोरी होने को लेकर राहुल ने कहा मोदी पर हो कार्रवाई, बताया यें चीजें भी हुई हैं गायब
मोदी जी हर जगह कह रहे थे कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट से राफ़ेल में क्लीन चिट मिली है। आज के सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले से साबित हो गया कि मोदी जी ने राफ़ेल में चोरी की है, देश की सेना से धोखा किया है और अपना जुर्म छिपाने के लिए सुप्रीम कोर्ट को गुमराह किया। https://t.co/9dup2BpEnq
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 10, 2019
केंद्र का अजीबोगरीब तर्क खारिज: शौरी
पूर्व केंद्रीय मंत्री और इस मामले में याचिकाकर्ता अरुण शौरी ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के सर्वसम्मत फैसले से खुश हैं, जिसमें केंद्र के अजीबोगरीब तर्क को खारिज कर दिया गया है। उन्होंने कहा, “हमें खुशी है कि दस्तावेजों की स्वीकार्यता पर केंद्र सरकार के अजीबोगरीब तर्क को खारिज करते हुए यह एक सर्वसम्मत फैसला है।