आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। सोमवार को सपा मुख्यालय पर उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से यूपी पीसीएल के आउट सोर्सिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान ‘सौभाग्य योजना’ पर सवाल उठाते हुए प्रतिनिधिमंडल के सतीश कुमार दूबे और राघवेंद्र यादव ने कहा कि ‘सौभाग्य योजना’ में वो लोग यूपी पीसीएल मिशन मैनेजर और मिशन एसोसिएट के रूप में काम कर रहे थे, लेकिन अब उनको न सिर्फ नौकरी से हटाया जा रहा है, बल्कि समायोजित करने के आश्वासन को भी पूरा नहीं किया जा रहा है।
वहीं इस दौरान अखिलेश ने प्रतिनिधिमंडल की पूरी सहायता करने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि योगी सरकार में किसान, नौजवान, राज्य कर्मचारी सभी परेशान हैं। नौजवान का भविष्य अंधेरे में है। भाजपा युवा पीढ़ी के सपनों को कुचलने पर तुली हुई है। नौकरियों में भर्ती नहीं हो रही है। सपा सरकार के समय की भर्तियां रोक दी गई हैं। बड़ी कंपनियों में भी छंटनी हो रही।
वहीं भाजपा राज में छात्र जब अपने मसले उठाते हैं, तो उन्हें गिरफ्तारी और जेल की यातनाएं दी जाती हैं। यूपी के मुख्यमंत्री को अपना जरा भी विरोध पसंद नहीं है। छात्राओं को भी नहीं बख्शा जा रहा है, वो भी पुलिस उत्पीड़न का शिकार बनाई जा रही है।
पूरे प्रदेश में है अंधेरराज
हमला जारी रखते हुए अखिलेश ने मीडिया से कहा कि भाजपा सरकार ने सपा सरकार की व्यवस्था को ही तहस-नहस कर दिया है। हमारे समय में गांवों को 18 घंटे और महानगरों को 24 घंटे बिजली मिलती थी, बिजली उत्पादन दोगुना हुआ था। अब बिजली की आवाजाही का कोई समय नहीं हैं। पूरे प्रदेश में अंधेरराज है।
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इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, एमएलसी एसआरएस यादव व अरविंद कुमार सिंह भी मौजूद रहें।