आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। लखनऊ यूनिवर्सिटी में आयोजित हिन्दवी स्वाराज समारोह में शामिल होने जा रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आज शाम छात्रों का भारी विरोध झेलना पड़ा। पुलिस-प्रशासन की मुस्तैदी को धता बताते हुए छात्र-छात्राओं ने न सिर्फ योगी के कफिला को काला झंडा दिखाया, बल्कि गेट नंबर एक के पास सड़क के पर लेटकर उनकी फ्लीट भी रोक दी।
काफिला रूकने के साथ छात्रों ने योगी आदित्यनाथ मुर्दाबाद, योगी गो बैक के नारे लगाए। वहीं छात्राओं ने लड़कियों के साथ बलात्कार नहीं चलेगा के नारे लगाकर योगी सरकार की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठाए।
सीएम की फ्लीट रूकते ही पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। करीब 7-8 मिनट की मशक्कत के बाद पुलिस समेत सीएम की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने छात्र-छात्राओं को बलपूर्वक सड़क से हटाया।
हंगामा और विरोध कर रहे कुल 14 छात्र-छात्राओं को पुलिस ने हिरासत में लेकर थाने पहुंचाया। विरोध करने वालों में अधिकतर छात्र समाजवादी छात्र सभा से जुड़े बताए जाते है, वहीं आइसा और एसएफआई से जुड़े कुछ छात्र-छात्राएं भी हंगामें और नारेबाजी में शामिल रही।
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छात्रों का आरोप था कि कार्यक्रम मे विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के पैसे की बर्बादी कर रहा है। इस तरह के कार्यक्रम के जरिए योगी सरकार को खुश करने के लिए विश्वविद्यालय का भगवाकरण किया जा रहा है।
जबकि दो महीना मेस बंद रहने और प्रवेश में भारी धांधली समेत अन्य बड़ी अनियमितताओं के सामने आने पर भी यूनिवर्सिटी प्रशासन आंख बंद किए रहा।
प्रदर्शन करने वालों में अनिल सिंह यादव ‘मास्टर’, अंकित सिंह ‘बाबू’, पूजा शुक्ला, राकेश समाजवादी, नितिन राना, अपूर्वा, माधुरी सिंह, महेंद्र यादव, मधुर सिंह, अनंत सिंह, पंकज, शत्रोहन सिंह, हिमांशु, हर्ष यादव, वैभव मिश्रा आदि शामिल रहे। इस्पेक्टर हसनगंज ने बताया कि 14 छात्र-छात्राओं को गिरफ्तार कर थाने लाया गया है।