नायडू ने मीडिया की स्वतंत्रता पर हमले के आरोपों को किया खारिज, कहा एनडीटीवी पर नहीं हुई कोई छापेमारी

Naidu

आरयू वेब टीम।

एनडीटीवी पर छापेमारी को लेकर आज केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्‍होंने कहा कि एनडीटीवी पर कोई छापेमारी नहीं हुई और चैनल के किसी कार्यालय में सीबीआई दाखिल नहीं हुई। साथ ही उन्होंने इन आरोपों को भी खारिज किया कि सीबीआई द्वारा तलाशी लिया जाना मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला है।

एनडीटीवी पर छापेमारी को लेकर कई राजनीतिक दलों, एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया, भारतीय प्रेस क्लब और ऑल इंडिया न्यूजपेपर्स एडिटर्स कान्फ्रेंस ने सीबीआई के इस कदम की आलोचना की थी, जिसके बाद एक कार्यक्रम में पहुंचे नायडू ने कहा कि एनडीटीवी पर कोई छापा नहीं पड़ा। सीबीआई न्यूज रूम परिसर या टीवी स्टूडियो अथवा चैनल से संबंधित किसी कार्यालय में दाखिल नहीं हुई।

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उन्‍होंने चैनल के खिलाफ बदले की कार्रवाई के दावों को खारिज करते हुए कहा कि एनडीटीवी के प्रवर्तकों प्रणय और राधिका रॉय को कानून के समक्ष अपनी बात रखनी चाहिए क्योंकि उनके कदमों पर सवाल खड़े हुए हैं, जिनका खुलासा होना जरूरी है। प्रबंधन और प्रवर्तकों को जांच का सामना करना होगा और जांच रोकने एवं आरोप लगाने की बजाय उनको लोगों को जवाब देना होगा।

साथ ही नायडू ने कहा कि मीडिया समूह अपने को कानून से ऊपर नहीं मान सकता। उन्होंने कहा यह विशेषकर सच है कि अधिकतर मीडिया के स्वामित्व में ऐसे कॉरपोरेट और कंपनियां जुड़ी होती हैं जिनके लिए मीडिया प्राथमिक कारोबार नहीं है।

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वहीं सीबीआई के दुरूपयोग के आरोप को लेकर नायडू ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं हैरान हूं कि कांग्रेस सीबीआई के दुरूपयोग का आरोप लगा रही है। मेरे प्रधानमंत्री (मोदी) से संप्रग सरकार के समय आठ घंटे पूछताछ की गई जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे और हमारे पार्टी अध्यक्ष (अमित शाह) को फर्जी मामले में फंसाया गया और वह जेल में रहे।