आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बदायूं में अधेड़ महिला के साथ गैंगरेप और हत्या केस का बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने घटना के अभियुक्तों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने एडीजी जोन बरेली को घटना के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री के फैसले की जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि सीएम ने बदायूं की घटना का संज्ञान लिया है, इस संबंध में एडीजी से रिपोर्ट मांगी है। साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि अगर एसटीएफ को भी लगाना पड़े तो उन्हें लगाकर जल्द घटना की जांच की जाए और त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए।
बता दें कि महिला अपने गांव से दूसरे गांव में स्थित एक मंदिर में पूजा करने गई थी। रविवार की रात पुजारी और दो अन्य लोग महिला को लहूलुहान हालत में उसके घर पर छोड़ कर फरार हो गए थे। इसके बाद गंभीर रूप से घायल महिला की मौत हो गई थी। महिला के प्राइवेट पार्ट से खून निकलता देख परिजनों ने गैंगरेप का आरोप लगाकर एफआइआर दर्ज करने की गुहार लगाई थी।
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आरोप है कि थानाध्यक्ष ने मामले को दूसरा मोड़ देने की कोशिश की। थानाध्यक्ष ने मौत को एक हादसा बताया और कहानी गढ़ी कि महिला की मौत कुएं में गिरने से हुई, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुएं में गिरने का कोई भी ऐसा सबूत नहीं मिला। इसके बाद एसएसपी संकल्प शर्मा ने थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया।
वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक महिला के गुप्तांग में रॉड जैसी किसी चीज से हमला किया गया, जिससे उनके प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोटें आईं। पीएम रिपोर्ट के मुताबिक, महिला की पसली और पैर तोड़ दिए गए। फेफड़ा पर भी वजनदार चीज से हमला किया गया है। एसएसपी ने तुरंत एसपी (देहात) को मौके पर भेजा और आरोपितो की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें बनाई हैं। पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर आरोपित महंत समेत उसके एक साथी और ड्राइवर के खिलाफ गैंगरेप के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।