आरयू वेब टीम। लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस को मिली हार के बाद की गई समीक्षा बैठक के बाद नई रणनीति तैयार की गई है। जिसमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं से हर हफ्ते तीन-चार बार मिलने का फैसला किया है। वह राहुल गांधी के आवास पर हर मंगलवार और गुरुवार को सुबह 10 बजे से अपराह्न् एक बजे तक कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगी।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ सूत्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार चुनाव बाद हुई समीक्षा बैठकों में यह बात निकलकर आई कि नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच ज्यादा संपर्क एवं समन्वय की जरूरत है। फिलहाल यह तय हुआ है कि प्रियंका गांधी अब हफ्ते में दो दिन कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगी। उन्होंने कहा, निकट भविष्य में प्रियंका के उत्तर प्रदेश दौरे का सिलसिला भी तेज होगा। वह एक या दो हफ्ते पर राज्य के दौरे पर होंगी।
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सूत्रों की माने तो पार्टी कार्यकर्ताओं को पहले राहुल या प्रियंका से मिलने का समय नहीं मिल रहा था, लेकिन अब वे बिना पूर्व सम्मति के उनसे मिल सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रियंका का लक्ष्य है जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं से मिलकर उत्तर प्रदेश की जमीनी हकीकत को समझना, जहां कांग्रेस 1988 से ही सत्ता से बाहर है। प्रियंका गांधी कार्यकर्ताओं से जानकारी लेकर पार्टी को मजबूत करेंगी। उन्होंने आम चुनाव के लिए प्रचार के दौरान ही कार्यकर्ताओं से 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू करने को कह दिया था।
गौरतलब है कि इसी साल 23 जनवरी को पार्टी महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी नियुक्त हुईं प्रियंका ने लोकसभा चुनाव में धुआंधार सभाएं और रोडशो किए, लेकिन पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस पूरे उत्तर प्रदेश में सिर्फ रायबरेली सीट ही जीत सकी।
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उत्तर प्रदेश में पार्टी की इस कदर बुरी स्थिति रही कि वह गांधी परिवार का गढ़ मानी जाने वाली अमेठी सीट तक गंवा बैठी। यहां पार्टी प्रमुख राहुल गांधी को भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने 55,000 मतों से हराया। चुनावी हार के बाद राज्य से जुड़े नेताओं की कई समीक्षा बैठकें हो चुकी हैं। पार्टी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी फिर से सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने यहां सोमवार को और लखनऊ में शुक्रवार को समीक्षा बैठकें की थीं।