आरयू ब्यूरो
लखनऊ। अगामी विधानसभा चुनाव में एक जुट होने के लिए आज मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के बीच तीन घंटे मंथन हुआ। बाप-बेटे एक दूसरे की शर्तो पर झुकने के लिए तैयार नहीं होने पर अखिरकार रामगोपाल यादव ने सुलह की कोशिश नाकाम होने की जानकारी मीडिया को दी।
रामगोपाल ने कहा कि सुलह की अब कोई गुंजाइश नहीं है, साइकिल पर फैसला चुनाव आयोग करेगा। हम अखिलेश के नेतृत्व में चुनाव लड़ने जा रहें। इस तरह आज भी आजम खान की बाप-बेटे में सुलह कराने की कोशिश नाकाम रही।
चुनाव आयोग में अखिलेश गुट ने पार्टी पर ठोका दावा
चुनाव आयोग पहुंचे रामगोपाल यादव ने कहा कि 90 प्रतिशत विधायक अखिलेश के साथ हैं इसलिए समाजवादी का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी उन्हें ही माना जाए। साथ ही चुनाव चिन्ह साइकिल भी उन्हीं को मिले। फिलहाल दोनों पक्ष को सुनने के बाद तथ्यों को परखने में चुनाव आयोग को कुछ समय लग सकता है। ऐसे में संभावना बनती है कि अखिलेश चिन्ह के साथ ही पार्टी के नाम को भी फ्रिज कर सकता है।