आरयू वेब टीम। प्रधानमंत्री मोदी को लोकसभा चुनाव में वाराणसी से चुनौती देने की कोशिश करने वाले सेना के बर्खास्त जवान तेज बहादुर ने दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने इसकी घोषणा शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में की। साथ ही तेज बहादुर ने प्रेस कांफ्रेंस में जजपा और दुष्यंत चौटाला के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए आंदोलन छेड़ने की भी बात कही।
मीडिया से बात करते हुए तेज बहादुर ने कहा कि मैंने भाजपा के खिलाफ ही जजपा ज्वॉइन की थी और दुष्यंत ने उनके साथ जाकर हाथ मिला लिया। यह सही नहीं हुआ, ऐसा नहीं होना चाहिए था। देवी लाल की सोच पर जनता ने जजपा को वोट दिए थे, लेकिन दुष्यंत ने बिना बुलाए भाजपा को समर्थन देकर प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया है। तेज बहादुर ने कहा कि दुष्यंत ने यह साबित कर दिया कि जजपा, भाजपा की बी टीम है। अब वे प्रदेश की खाप पंचायतों के साथ मिलकर दुष्यंत के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ेंगे।
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बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में तेज बहादुर ने दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी में शामिल होने के बाद करनाल से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ा था। वहीं जननायक जनता पार्टी के भाजपा को समर्थन देने की बात सामने आने के बाद तेज बहादुर यादव ने जेजेपी छोड़ने का ऐलान किया है।
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गौरतलब है कि बीएसएफ जवानों को परोसे जाने वाले खाने की क्वालिटी के बारे में शिकायत करते हुए एक वीडियो पोस्ट करने के बाद तेज बहादुर को सेना से बर्खास्त कर दिया गया था, जिसके बाद तेज बहादुर यूपी में लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के सामने वाराणसी सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने पहुंचे थे। हालांकि बाद में चुनाव आयोग ने उनका नामांकन रद्द कर दिया था। जिसके चलते वह चुनाव नहीं लड़ पाए थे।