आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। रिश्वतखोरी और लापरवाही के चलते नशे के काले कारोबार पर लखनऊ पुलिस पहले से ही लगाम नहीं लगा पा रही थी और अब व्हाइटनर जैसी चीज से भी नशा करने के लिए किशोर और नवयुवक किस कदर बेकाबू हो रहें हैं, इसका भी उदाहरण आज राजधानी लखनऊ में देखने को मिला।
बीते 28 अक्टूबर को चौक इलाके में स्थित काली मंदिर के पास वाले पार्क में हत्या के बाद अमित रावत (16) की लाश मिलने वाली घटना का मंगलवार को चौक पुलिस ने खुलासा कर दिया है।
पुलिस ने इस मामले में चौक के सोंधी टोला निवासी करीब 18 वर्षीय नवयुवक सनी शर्मा को लोहिया पार्क के पास से गिरफ्तार किया है। चौक पुलिस ने दावा किया है कि सनी शर्मा ने ही अपने दोस्त अमित की हत्या 27 अक्टूबर की रात इसलिए कर दी थी, क्योंकि अमित उसे नशा करने के लिए व्हाइटनर नहीं दे रहा था। इसको लेकर पार्क में हीं दोनों केे बीच झगड़ा हुआ था, जिसके बाद उसने ईंट से अमित के सिर पर कई वारकर उसकी हत्या कर दी थी।
मोबाइल बरामद, सिम तोड़कर नाले में फेंका
पुलिस ने सनी के पास से अमित का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है। हालांकि कहा जा रहा है कि अमित के मोबाइल का सिम सनी ने तोड़कर नाले में फेंक दिया।
जागरण में जाने के नाम पर निकला था अमित
बताते चलें कि काकोरी के टिकैतगंज निवासी सुरेश रावत का 16 वर्षीय इकलौता बेटा अमित सआदतगंज के आभूषण व्यापारी आकाश सोनी की दुकान पर नौकरी करता था। 27 अक्टूबर की रात वो दुकान बंद होने के बाद जागरण में जाने की बात कहकर निकला था। जबकि अगले दिन सुबह उसकी हत्या के बाद पार्क में लाश मिली थी।
शुरू से ही नशे के इर्द-गिर्द घूम रही थी शक की सुई
शव के पास में ही व्हाइटनर की शीशियां भी पड़ी थी। जिसके चलते पुलिस के शक की सुई नशेडि़यों के ही इर्द-गिर्द घूम रही थी।
मोहल्लेवालों का आरोप जानकर भी पुलिस बनी रही अंजान
वहीं इलाके के लोगों का कहना था कि पार्क में दिनभर नशा करने वालों का जमावड़ा लग रहता है और क्षेत्रिय पुलिस जानकर भी अनजान बनी रहती है।
गिरफ्तार करने वाली टीम में ये पुलिसकर्मी रहें शामिल
इंस्पेक्टर चौक अतुल कुमार तिवारी, एसआइ अमित कुमार साहू, हेड कांस्टेबल थानेश्वर वर्मा और विनय सिंह।