गणतंत्र दिवस के अवसर पर नेशनल वॉर मेमोरियल में PM मोदी ने पहली बार शहीदों को अर्पित की श्रद्धांजलि

नेशनल वॉर मेमोरियल
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते प्रधानमंत्री।

आरयू वेब टीम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर इंडिया गेट पर स्थित अमर जवान ज्योति के बजाय पहली बार नई दिल्ली में नव निर्मित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। इंडिया गेट परिसर में स्थित इस स्मारक का पिछले साल 25 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था।

परेड के शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री ने नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।नेशनल वॉर मेमोरियल पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, आर्मी चीफ जनरल नरवाना, नेवी चीफ एडमिरल करमबीर सिंह, एयरफोर्स चीफ एयर मार्शल आरकेएस भदुरिया ने पीएम मोदी का स्वागत किया।

इसके बाद उन्होंने माल्यार्पण कर शहिदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उनके साथ पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, आर्मी चीफ जनरल नरवाना, नेवी चीफ एडमिरल करमबीर सिंह, एयरफोर्स चीफ एयर मार्शल आरकेएस भदुरिया मौजूद रहे।

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बता दें कि 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए जवानों की याद में इंडिया गेट के नीचे 1972 में इसका निर्माण किया गया था। तकरीबन 40 एकड़ क्षेत्र में फैले राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में 4 चक्र ‘अमर चक्र’, ‘वीरता चक्र’, ‘त्याग चक्र’ और ‘रक्षक चक्र’ हैं जिन पर ग्रेनाइट के पत्थरों पर स्वर्ण अक्षरों से 25,942 जवानों के नाम लिखे हैं। इसमें 15.5 मीटर ऊंचा एक स्मारक स्तंभ, निरंतर जल रही ज्योति और कांस्य के छह भित्ति चित्र हैं जो भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना द्वारा लड़ी गई प्रसिद्ध लड़ाइयों को दर्शा रहे हैं।

यह स्मारक 1962 में भारत-चीन युद्ध, 1947,1965 और 1971 में भारत-पाक युद्ध, श्रीलंका में भारतीय शांति रक्षा बल के अभियानों और 1999 में कारगिल युद्ध तथा संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा अभियानों के दौरान शहीद जवानों को समर्पित है। 42 मीटर ऊंचा इंडिया गेट प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) और तीसरे एंग्लो-अफगान युद्ध (1919) में मारे गए जवानों के सम्मान में ऑल इंडिया वॉर मेमोरियल आर्च के रूप में ब्रिटिश राज के दौरान बना था।

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