आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। नौकरी के लिए आज प्रदेश भर के विभिन्न जिलों से आए हजारों पुलिस अभ्यर्थियों ने राजधानी में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान उत्तेजित हुए कुछ अभ्यर्थियों ने जान देने की नीयत से गोमती नदी में भी छलांग लगा दी, हालांकि लक्ष्मण मेला मैदान में प्रदर्शन कर रहे साथियों ने उन्हें समय रहते बचा लिया।
प्रदर्शन कर रहें महिला व पुरुष अभ्यर्थियों का कहना था कि 29 दिसंबर 2015 को पुलिस भर्ती बोर्ड ने 34,716 सिपाहियों की भर्ती का विज्ञापन जारी किया था। जिसके अनुसार 28916 पुरुष के साथ ही 5800 महिला पुलिस आरक्षी एवं आरक्षी पीएसी के पदों पर भर्ती होनी थी।
भर्ती प्रक्रिया के दौरान ही राजनीतिक भावना से प्रेरित होकर इसके खिलाफ इलाहाबाद हाइकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। जिस पर फैसला लेते हुए कोर्ट ने 27 मई 2016 को भर्ती प्रक्रिया के अंतिम परिणाम पर रोक लगा दी थी।
14 जनवरी के विज्ञापन के प्रति दिखाई नाराजगी
प्रदर्शनकारियों ने रोष जताते हुए कहा कि इस संबंध में उन लोगों ने प्रमुख सचिव गृह से मुलाकात की थी जहां से उन्हें भरोसा दिलाया गया था कि जब तक हम लोगों की भर्तियों पर कोई फैसला नहीं हो जाता आगे कोई भर्ती विज्ञापन जारी नहीं किया जाएगा, लेकिन उसके बाद भी बीती 14 जनवरी को भर्ती बोर्ड ने 42 हजार सिपाही भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दिया।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि हम लोगों के साथ न्याय करते हुए पहले 34,716 सिपाहियों की भर्ती पर फैसला लिया जाए, जिसके बाद आगे की भर्तियां की जाएं। अभ्यर्थियों की मांग की थी इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से उन लोगों को कोई ठोस आश्वासन मिलें। उसके बाद वह लोग अपना प्रदर्शन समाप्त करेंगे। हालांकि रात तक ऐसा नहीं हो सका था। दूसरी ओर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों के लखनऊ में मौजूद होने के चलते चारबाग, हजरतगंज, निशातगंज समेत अन्य इलाकों में आज भीषण ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही।
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