आरयू ब्यूरो, लखनऊ। राज जन्म को लेकर नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के एक बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। जिसे लेकर के उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री नेपाल के साथ बेटी और रोटी का रिश्ता मानते हैं। नेपाल के प्रधानमंत्री इस तरीके के बयानों से बाज आ जाएं और आत्ममंथन करें। उनका इस तरह का बयान उनकी मानसिक दिवालियापन दर्शाता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की अयोध्या जहां पर राम का जन्म हुआ है उसके बारे में इतिहास सभी जानते हैं। नेपाल के प्रधानमंत्री इतिहास को बदलने का प्रयास न करें।
इससे पहले उपमुख्यमंत्री ने ट्वीट कर नेपाली प्रधानमंत्री को ऐसे बयान के लिए करार जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यह बयान उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है। उन्होंने लिखा “ओली जी को मालूम होना चाहिए कि नेपाल भी पूर्व में आर्यावर्त (भारत) का हिस्सा रहा है। जय जय श्री राम।”
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दरअसल नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली शर्मा ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश की जो अयोध्या है वह नकली है और नेपाल में ही राम का जन्म हुआ था। इसलिए असली अयोध्या नेपाल में है। उन्होंने भगवान राम को नेपाली कहा है। ओली ने यह भी कहा है कि भारत ने सांस्कृतिक अतिक्रमण किया है।
बता दें कि नेपाल और भारत में पिछले कुछ महीनों से सीमा विवाद के कारण तनाव है. दोनों देशों के रिश्ते ऐतिहासिक रूप से निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। 22 मई को नेपाल ने नया राजनीतिक नक्शा जारी किया था, जिसमें कालापानी, लिम्पियाधुरा और लिपुलेख को अपना हिस्सा बताया था।
इसके बाद से दोनों देशों में तनाव बढ़ता गया, हालांकि इससे पहले भारत ने पिछले साल नवंबर में जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद अपना नक्शा अपडेट किया था। इस नक्शे में ये तीनों इलाके थे।